रायपुर- राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने अपने एक स्पष्टीकरण में कहा है कि, दुर्ग सांसद विजय बघेल के आमरण अनशन के दौरान दिए गए भाषण में उन्होंने भूलवश भूपेश बघेल जिंदाबाद के नारे लगाए थे. सोशल मीडिया पर वायरल हुए भाषण को लेकर नेताम ने कहा कि इसे मानवीय भूल समझा जाना चाहिए. हम सैद्धांतिक तौर पर विपक्ष के चेहरे हैं. विरोधी पार्टी की राजनीति करते हैं, ऐसे में मुख्यमंत्री जिंदाबाद के नारे लगाने की हम सोच भी नहीं सकते. इसे लेकर दुष्प्रचार किया जा रहा है.
रामविचार नेताम ने कहा कि कार्यकर्ताओं के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज होने के एक मामले के विरोध में सांसद विजय बघेल पाटन में आमरण अनशन पर बैठे थे. हमे वहां शामिल होना था. उस मंच पर सभी नेता भाषण दे रहे थे. मैंने भी अपने भाषण में सांसद के समर्थन में नारे लगाए. इस दौरान ही एक शब्द निकल गया. नेताम ने कहा कि, मैं कुछ और कहना चाहता था, लेकिन कुछ और कर गया. जिस तरह से टंकन त्रुटि होती है, ठीक वैसा ही मेरे बयान के साथ हुआ. इस पर लोगों को ध्यान नहीं दिया जाना चाहिए.
गौरतलब है कि रविवार को पाटन में बीजेपी सांसद विजय बघेल का आमरण अनशन में पहुंचे राज्यसभा सांसद नेताम ने अपने भाषण के दौरान भूपेश बघेल जिंदाबाद के नारे लगा दिए थे. उनके भाषण के इस अंश को सोशल मीडिया पर जमकर वायरल किया गया. लोगों ने खूब चुटकी ली कि विपक्षी पार्टी के मंच से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समर्थन में नारे लग रहे हैं.
सरकार के विरोध में तेज होंगे आंदोलन
बीजेपी कार्यसमिति की बैठक के बाद रामविचार नेताम ने कहा कि समसामयिक विषयों पर चर्चा हुई है. आने वाले दिनों में सरकार की नीतियों के विरोध में आंदोलन तेज होंगे. इसे लेकर चरणबद्ध आंदोलन तय होंगे. अमित जोगी के जाति प्रमाण पत्र निरस्त किए जाने के मामले पर उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं इसे प्रशासनिक कार्रवाई कहा जाए. लंबे समय तक अड़ंगे पर अड़ंगे डालकर सुरक्षित महसूस करने वाले लोगों की कलई खुल गई. जनता के बीच सच्चाई आ गई कि जोगी परिवार आदिवासी नहीं है. मैं समझता हूं भगवान के घर में देर है, अंधेर नहीं है. दूध का दूध पानी का पानी हो गया. जोगी परिवार को मरवाही की जनता की ओर से क्षमा मांगनी चाहिए. मरवाही चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि जोगी परिवार के रहने से मरवाही का चुनाव कुछ और होता. अब सीधी लड़ाई बीजेपी-कांग्रेस के बीच होनी है. हम उम्मीद करते हैं कि पूरी ताकत से लड़ाई लड़ने तैयार हैं. जीत की आशा लेकर हम लड़ाई लड़ेंगे. सफलता जरूर मिलेगी.