धमतरी। कोरोना से जारी जंग में स्वास्थ्य विभाग के साथ ही जेएईएस 108 संजीवनी एक्सप्रेस के कर्मी फ्रंट लाइन कोरोना वारियर्स बनकर अहम रोल अदा कर रहे है. संजीवनी कर्मी निस्वार्थ भाव से 108 एम्बुलेंस के माध्यम से जिले वासियों को आपातकालीन परिस्थितियों में सेवा प्रदान कर रहे हैं.

फ्रंट लाइन वारियर्स के रूप में कोरोना संक्रमितों को कोविड सेंटर-हॉस्पिटल पहुंचाने के साथ ही घायलों- मरीजों की जान बचाने की दिशा में भी दिन -रात की परवाह किये बगैर कॉल सेंटर से फ़ोन आते ही तुरंत निकल पड़ते हैं. धमतरी जिले में बीते तीन माह जुलाई से लेकर सितम्बर तक कोरोना संक्रमितों में 350 वहीं अन्य आपातकालीन सेवाओं में 1819 लोगों को संजीवनी की सेवाएं मिली.

108 संजीवनी एक्सप्रेस में ईएमटी के रूप में कार्यरत चंद्रकिरण साहू ने बताया कि जब से कोरोना के संदिग्ध मरीज आने शुरू हुए तब से कोरोना के लिए आरक्षित एंबुलेंस में सेवाएं दे रही हूँ . इस मुश्किल समय में लोगों को सेवाएं देने में गर्व महसूस हो रहा है.ड्यूटी के दौरान खुद के संक्रमित होने का डर रहता है. फिर भी पीपीई किट पहनकर मरीजों को अस्पताल पहुंचाते है. अभी तक तक़रीबन 100 कोरोना संक्रमितों को हॉस्पिटल – कोविड सेंटर पहुंचा चुकी हूँ.