जांजगीर चांपा,रवि गोयल। कोविड 19 को लेकर पूरे देश में सावधानी और सुरक्षा बरती जा रही है, लेकिन जांजगीर चांपा जिले में स्वास्थ्य विभाग और नगर पालिका के अधिकारी कोरोना संक्रमण को रोकने के बजाए बढ़ाने में लगे हैं. कोरोना टेस्ट करने के बाद मेडिकल वेस्ट को विभाग के कर्मचारी जांजगीर के वार्ड नम्बर 25 में फेंक रहे हैं, तो वहीं नगर पालिका के कर्मचारी भी पूरे शहर का कचरा भी इसी मैदान में डम्प करवाते हैं, जिससे इस मार्ग से गुजरने वाले राहगीर सहित आस-पास के लोग भारी परेशान है. लोगों संक्रमण फैलने का डर सता रहा है.

लापरवाही सामने आते ही बने अंजान

मामला मीडिया में उजागर होने के बाद, कोविड अस्पताल के संक्रमित कीट और मेडिकल वेस्ट के विषय में जानकारी लेने पर, जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ एसआर बंजारे अनजान बनते हुए उसे किसी निजी अस्पताल द्वारा फेंकने की आशंका जता रहे हैं और खुले में फेंके गए कीट का परीक्षण कराने की दलील दे रहे हैं, लेकिन नगर पालिका के मुख्य नगर पालिका अधिकारी मनोज सिंह ने स्वीकार किया कि मैदान में मिले मेडिकल वेस्ट कोविड अस्पतालों कि ही संक्रमित कीट है.

मुख्य नगर पालिका अधिकारी मनोज सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के लोगों को उसे गढ्ढा बना कर दबाने के लिए कहा था, लेकिन कर्मचारी तरह खुले में फेंक कर जा रहे हैं जिसे मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने गलत बताया और उसे व्यवस्थित कराने का आश्वासन दिया है.

वक्त रहते करे डिस्पोज

कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए शासन प्रशासन करोड़ों रुपए खर्च कर रहा है, ताकि लोगों को कोरोना के संक्रमण से बचाया जा सके, लेकिन स्वास्थ्य विभाग और नगर पालिका की लापरवाही से जिले में कोरोना संक्रमण बढ़ने का खतरा मंडरा रहा है. अगर वक्त रहते कोविड अस्पतालों के इन संक्रमित सामनों को डिस्पोज नहीं किया जाएगा तो जिले में कोरोना संक्रमण फैलने में देर नहीं लगेगी, जिसकी पूरी जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग के लापरवाह अधिकारियों की होगी.