रायपुर- मरवाही उप चुनाव के बहाने पूर्व मुख्यमंत्री डाॅक्टर रमन सिंह ने भूपेश सरकार पर एक बार फिर हमला बोला है. रमन सिंह ने कहा कि मरवाही के लिए हमारे पास बड़े मुद्दे हैं. 15 साल का विकास है. आज छत्तीसगढ़ में मरवाही समेत हर जगह विकास थम गया है. सड़क, पुल-पुलियों से लेकर आवास योजना तक के काम रूके हुए हैं. तेंदूपत्ता संग्राहकों की हालत बुरी है. चरणपादुका योजना हो या कन्यादान सब योजनाओं को बंद कर दिया गया है. पंचायत के सारे पैसे सरकार ने गौठान में लगा दिया है. 15 वें वित्त आयोग का पैसा भी डायवर्ट किया जा रहा है. एक-एक पंचायत 15-15 लाख रूपए के कर्ज में डूब गया है. रमन ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ में पंचायतीराज का अपमान किया है.
शराबबंदी के मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डाॅक्टर रमन सिंह ने कहा कि शराब का मुद्दा कांग्रेस के घोषणा पत्र का है. हम सिर्फ उनकी याद ताजा करते हैं. हम याद दिलाते हैं कि दो साल का बोनस क्यों नहीं दिया है. ढाई हजार रूपए बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था.हम उसका हिसाब मांगते हैं. धान खरीदी के ऐवज में किसानों को प्रति क्विंटल 2500 रूपए देने की बात की थी. दो किस्त दिए गए हैं, दो किस्त बाकी है. टुकड़ें-टुकड़े में पेमेंट किया जा रहा है. किसान परेशान है. उन्होंने कहा कि केंद्र ने 60 लाख मीट्रिक टन खरीदने का वादा किया है. सरकार को 95 लाख मीट्रिक टन खरीदना है. छत्तीसगढ़ के किसान पहली बार देखेंगे कि राज्य की हालत कैसे सरकार खराब कर रही है.
कृषि कानून का विरोध कर कांग्रेस सिर्फ भ्रम फैला रही
रमन सिंह ने कहा कि कृषि कानून किसानों की सुविधा के लिए बना है. कांग्रेस पूरे देश में भ्रम फैलाना चाहती है. दो तीन ग़लतफ़हमियाँ फैलाई है. धान खरीदी की व्यवस्था का इस कानून से कोई लेना देना नहीं है. धान खरीदी की व्यवस्था सोसाइटी के माध्यम से राज्य सरकार करती है. छत्तीसगढ़ सरकार धान खरीदती है, जिसका बड़ा हिस्सा एफसीआई लेती है. धान खरीदी को लेकर रेट तय करना केंद्र सरकार का है. उन्होंने कांग्रेस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि चुनाव में जिस कीमत में खरीदने का वादा करते हैं, तो यह जवाबदारी आपकी है. केंद्र सरकार एमएसपी तय करती है.  इस कानून में कहीं भी मंडी बंद करने की बात नहीं कहीं गई. मंडी बंद नहीं किया जाएगा. मंडी के अतिरिक्त भी अपनी उपज को बेचने का अधिकार किसानों को दिया गया है. मंडी के लिए किसी तरह का प्रतिबंध नहीं है. यह पूर्व की तरह जारी रहेगी. चना, धान खरीदने और रखने की एक सीमा है. व्यापारी उतना ही लेता है जितना उसकी रखने की सीमा होती है.
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक पर मोहन मरकार की टिप्पणी पर बोले रमन
 
पीसीसी चीफ मोहन मरकाम द्वारा नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक पर शराब को लेकर की गई टिप्पणी पर पूर्व मुख्यमंत्री डाॅक्टर रमन सिंह ने कहा कि यह स्तरहीन बयान है. नेता प्रतिपक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद में बैठे व्यक्ति पर ऐसी टिप्पणी उचित नहीं. कांग्रेस सरकार में कोई शराब को लेकर आक्रमण करता है, काले घंधे की ओर इशारा करता है, अवैध कमाई की ओर इशारा करता है.शराब में पानी मिलाने की शिकायत करता है, तो क्या धरम कौशिक इन्हें यह सब कहने के पैसे देते हैं? आम आदमी की शिकायत नेता प्रतिपक्ष के पास आती है, तो प्रतिक्रिया होती है. प्रदेश अध्यक्ष का स्तर कितना ऊंचा है, यह उनके बयान से ही पता चल रहा है.