भोपाल। मध्यप्रदेश में उपचुनाव के लिए 3 नवंबर को मतदान होना है. उससे ठीक पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. दमोह से कांग्रेस विधायक राहुल सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के ठीक बाद ही राहुल बीजेपी में शामिल हो गए. उन्होंने सीएम शिवराज समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के सामने बीजेपी की सदस्या ले ली है.
साल 2003 में जब तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह दमोह आए थे, उसी समय राहुल लोधी ने कांग्रेस का दामन थामा था और वह तब से लेकर अब तक कांग्रेस के ही साथ थे. कांग्रेस ने ही उन्हें दमोह विधानसभा में अपना प्रत्याशी बनाया और उन्होंने भाजपा के गढ़ में सेंध लगाते हुए यह सीट भाजपा से छीन कर कांग्रेस के पाले में डाली थी. राहुल सिंह पहली बार जीतकर विधायक बने थे, लेकिन महज डेढ़ साल के बाद ही उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है. इस तरह मध्य प्रदेश विधानसभा में एक और सीट रिक्त हो गई है, जिस पर बाद में उपचुनाव होगा.
राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर लिखा है कि असत्य पर सत्य की जीत के पर्व विजयादशमी पर आज दमोह से कांग्रेस के युवा विधायक राहुल लोधी ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर सत्य और विजय का रास्ता चुना है. भारतीय जनता पार्टी परिवार में सम्मिलित होने पर मेरी ओर से हार्दिक शुभकामनाएं.
बता दें कि इस समय मध्यप्रदेश में पहले से 28 सीटों पर उपचुनाव की प्रक्रिया जारी है. 3 नवंबर को मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान होगा. एक और विधायक के अचानक इस्तीफा दे देने से कांग्रेस की राह और मुश्किल हो गई है.