दरअसल गुजरात में कोरोना संकट के दौरान एक गुरू जी का कोचिंग सेंटर बंद हो गया तो कोचिंग संचालक ने कोचिंग सेंटर में ही जुए का अड्डा शुरू कर दिया। संचालक बाहर से लोगों को बुलाकर जुआ खेलवाता था। सूरत के कतारगाम थाने की पुलिस ने जानकारी मिलने के बाद सोनाणी ट्यूशन क्लासेज में दबिश देकर संचालक समेत सात लोगों को जुआ खेलते हुए गिरफ्तार किया है। कभी सम्मानित रहे ये गुरू जी अब हवालात की हवा खा रहे हैं।
इंस्पेक्टर ने बताया कि संचालक धर्मेश सोनाणी क्लासेज में जुआ खेलने वालों से एक-एक हजार रुपए लेता था। पुलिस ने ट्यूशन क्लासेज की तलाशी ली तो आरोपी वहां जुआ खेल रहे थे। पुलिस ने दांव पर लगे 33 हजार रुपए, मोबाइल फोन समेत अन्य सामान जब्त किया है।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। अक्टूबर महीने में सूरत में सबसे ज्यादा 75 जुआरियों पर कानून के तहत कार्रवाई की गई। सूरत के पुलिस अधिकारी ने बताया कि कोरोना की वजह से स्कूल और ट्यूशन क्लासेज पूरी तरह से बंद हैं। जिससे कोचिंग संचालकों की आर्थिक स्थिति बिगड़ने लगी। ऐसे में संचालक जुए का अड्डा चला कर कमाई में जुटे हैं।