रायपुर- मरवाही उप चुनाव में धुआधांर प्रचार के लिए पूर्व मुख्यमंत्री डाॅक्टर रमन सिंह ने कमान संभाल ली है. रमन लगातार तीन दिनों तक मैराथन प्रचार में जुटे रहेंगे. इस दौरान उनकी कई सभाएं और रैलियां होंगी. मरवाही रवानगी के पहले उन्होंने बीजेपी की जीत का दावा करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि इस चुनाव में कांग्रेस का विश्वास डगमगा चुका है. लोगों को चुनाव लड़ने से रोका जा रहा है. कांग्रेस को अपने काम पर नहीं बल्कि खरीद-फरोख्त की ताकत पर भरोसा है.
डाॅक्टर रमन सिंह ने कहा कि बीजेपी उम्मीदवार डाॅक्टर गंभीर सिंह सज्जन व्यक्ति हैं. उनका परिवार मरवाही की जनता की सेवा करता आया है और उम्मीद है कि जनता इस बार उन्हें मौका देगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस संभावित पराजय को देखते हुए एक वातावरण बनाने के काम में लगी है. अमित जोगी और उनकी पत्नी को चुनाव लड़ने से रोका गया. अन्य लोगों को चुनाव लड़ने से रोकने की कोशिशें की जा रही है. रमन सिंह ने कहा कि मरवाही में कांग्रेस पीछे है और बीजेपी जीत के करीब.
धान खरीदी की तारीख तय नहीं होने के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री ने सरकार को घेरते हुए कहा कि सिर्फ प्रियंका-राहुल को खुश करने के लिए बिना जरूरत के विधानसभा का विशेष सत्र बुला लिया गया. इस सत्र से किसी किसान का भला नहीं हुआ. हमने उम्मीद की थी कि सत्र में कम से कम एक नवंबर से धान खरीदी, प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदने और बकाये राशि की चौथी किस्त जारी करने जैसे विषयों पर भी सरकार कुछ कहेगी. इस सत्र का कोई औचित्य नहीं रहा. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ का किसान टकटकी लगाए देख रहा है कि धान की फसल का उठाव कब होगा. 15 सालों तक हमने सत्ता में रहते हुए एक नवंबर से धान खरीदी की. किसान सीधे खेत से सोसाइटी में धान लेकर पहुंचते रहे. लेकिन अब किसानों को धान एक-डेढ़ महीने संभालकर रखना होगा. अब सुखत का बड़ा लाॅस भी किसानों के हिस्से आएगा. पंजाब, राजस्थान, यूपी जैसे राज्यों में खरीदी शुरू हो चुकी है. विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया, तो यह निर्णय भी लिया जाना चाहिए था कि 1 नवंबर से खरीदी शुरू की जाएगी. 20 क्विंटल प्रति एकड़ खरीदेंगे. न छत्तीसगढ़ का भला, न किसानों का भला.
विधानसभा में पेश किए गए संशोधन विधेयक पर पूर्व मुख्यमंत्री डाॅक्टर रमन सिंह ने कहा कि संवैधानिक व्यवस्था के तहत धारा 354 में यह स्पष्ट है कि कोई कानून यदि केंद्र बना लेता है और उसी विषय़ पर राज्य में कानून बनाया जाता है, तो राज्य में बनाया गया कानून शून्य हो जाएगा. राज्य सरकार ने सिर्फ राजनीति करने के लिए यह सत्र बुलाया था.
करोड़ों की घोषणा करने से कुछ नहीं होगा
बस्तर को भूपेश सरकार की ओर से आज दी गई करोड़ों की सौगात पर भी रमन सिंह ने कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि सरकार सबसे पहले बस्तर का रेलवे ठीक करे. रेल परियोजना अधर में लटकी हुई है. तेंदूपत्ता बोनस बंद कर दिया गया है, चरणपादुका योजना बंद कर दी गई है. इसे पहले शुरू किया जाए. करोड़ों रूपए की घोषणा करने से क्या होगा. कुछ भी नहीं होगा.