पेंड्रा। मरवाही उपचुनाव के रण में उतरे भूपेश बघेल ने लल्लूराम डॉट कॉम से खास बातचीत की. मुख्यमंत्री ने बातचीत में मरवाही को कांग्रेस का गढ़ बताया. उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जनता हमेशा से कांग्रेस के साथ रही है. इस बार रिकार्ड मतों से कांग्रेस जीतेंगी. रमन सिंह के 15 साल पर हमारे 22 महीने भारी है. 22 महीने में 36 में से 26 वादे पूरे किए हैं. अब गौरेला-पेंड्रा-मरवाही को सबसे विकसित जिला बनाएंगे. वहीं राजनीतिक सांठगांठ पर खुलकर बात करते हुए कहा कि भाजपा और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) पहले भी साथ रहे हैं. दोनों अंतागढ़ उपचुनाव में एक्पोज हो चुके हैं. जानिए भाजपा, जेसीसीजे और उपचुनाव के मुद्दे को लेकर क्या कहा-
रिपोर्टर- मरवाही कितना टफ है?
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल- हर चुनाव चुनौती पूर्ण होता है. पंचायत में वार्ड का चुनाव कठिन होता है और विधानसभा का चुनाव भी चुनौती पूर्ण होता है. हम किसी प्रतिद्वंदी को कमजोर नहीं मानते. इसलिए पूरी शिद्दत के साथ हमारे कार्यकर्ता लड़ाई लड़ रहे हैं.
रिपोर्टर- इस बार मरवाही में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला दिख रहा है, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ नहीं है. अब अजीत जोगी नहीं है तो आप कितना परिवर्तन देख रहे हैं?
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल- मरवाही क्षेत्र का पूरा इतिहास देखे तो 1952 से चुनाव हो रहा है, एक दो बार छोड़ दीजिए, हर बार कांग्रेस जीतती रही है. ये कांग्रेस का मूलत: गढ़ रहा है. आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है, और आदिवासी हमेशा कांग्रेस के साथ रही है. मुझे पूरा विश्वास है कि हमने इस 22 महीने में जो काम हमने पूरा किया है, इससे मुझे पूरा विश्वास है कि हम भारी बहुमत से जीतेंगे.
रिपोर्टर- जोगी के गांव जोगीसार में सभा को संबोधित किया, गांव में आपके नाम गूंज रहे थे. भूपेश पर भरोसा है, ये पोस्टर भी दिखाई दिया?
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल- हमने जो काम किया है, उससे हमने लोगों का विश्वास जीता है. जो वादा हमने घोषणा-पत्र में किया था, उससे हमने पूरा किया है. ऋण माफी का मामल हो, 2500 रुपए में धान खरीदी का मामला हो. तेंदूपत्ता खरीदी का मामला हो. लोगों का बिजली बिल का मामला हो. 35 किलो चावल देने की बात हो. संकट के समय में कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस सरकार लोगों के साथ खड़ी रही है.
पूरे देश में हमने मुफ्त चावल देने की बात कही थी. देश में सबसे पहले तीन महीने का मुफ्त बांटने का काम शुरु किया. गरीब लोगों का विश्वास हुआ कि ये संकटकाल है, कही रोजी-रोटी नहीं चल रही है, लेकिन ऐसे समय में छत्तीसगढ़ सरकार हम लोगों को राशन दे रही है. वहीं स्कूलों में मध्यान्ह भोजन बंद हुआ था, तो हमने सूखा राशन बच्चों को बांटा है. ये जो आम जनता के बीच में खड़ी होने वाली बात है. वो केवल कांग्रेस पार्टी कर रही है, और कांग्रेस की सरकार कर ही है.
रिपोर्टर- रमन सिंह पर निशाना भी साधा, कहा कि 15 साल बनाम 22 महीना है, 15 साल में जो नहीं हुआ वो 22 महीने में कर दिखाया. ये भी कहा कि रमन सिंह कभी जोगीसार नहीं आए, मरवाही नहीं आए, और आज चुनाव प्रचार में मरवाही पहुंचे हैं?
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल- बिल्कुल सही बात है, 15 साल में रमन सिंह अपनी उपलब्धि बता दें. किस लिहाज से वो वोट मांग रहे हैं. अगर वोट मांग रहा है तो उन्होंने मरवाही की जनता के लिए किया क्या है. यहां के लोग तो 20 साल से जिला के लिए मांग कर रहे थे. उन्होंने बहुत सारे जिला बनाए हैं, लेकिन मरवाही को क्यों जिला बनाकर यहां की जनता को उपहार नहीं दिया.
यहां से 150 किमी दूर छोटी-छोटी काम को लेकर बिलासपुर जाते थे. और आवागमन की कोई सुविधा नहीं है. ऐसी स्थिति में यहां के लोग जिला बताने की मांग कर रहे थे. उसे उन्होंने क्यों नहीं किया. फिर वो यहां कितनी बार आए. हर चुनाव के पहले विकास यात्रा निकालते थे, लेकिन उनकी विकास यात्रा मरवाही कभी नहीं आए. रमन सिंह क्यों यहां कि उपेक्षा करके छोड़े थे. उसे रमन सिंह को बताना होगा.
रिपोर्टर- इस बार असली आदिवासी चुनाव लड़ रहे हैं कहां, आखिर वास्तविक निशाना किस पर है. क्या इससे पहले जो विधायक बन रहे थे वो आदिवासी नहीं थे?
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल- जो समिति हो उसने प्रमाणित कर दिया. जिसके पास सर्टिफिकेट है और जो असली आदिवासी है. उनके बीच चुनाव हो रहा है. आदिवासी समाज हमेशा मांग करते रहे, बहुत सारे लोग है जो आदिवासी के नाम पर नौकरी कर रहे हैं. बहुत सारे लोग है जो राजनीति में है. ऐसे लोग आदिवासियों का हक मार रहे हैं. इन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. इसलिए आदिवासी विकास मंत्रणा परिषद ने कहा कि जाति के छानबीन करने का जो तरीका हो उसे सरलीकरण किया जाए. उसका लाभ निश्चित रूप से मिला.
रिपोर्टर- आरोप लग रहे है कि बीजेपी अमित जोगी को साधने की कोशिश कर रहे हैं. कुछ प्रलोभन भी दिया जा रहा है. इस तरह की बातचीत आपके कार्यकर्ताओं की बीच है किया?
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल- दोनों के बीच में इस तरह का संबंध रहा है. और हमेशा से बी टीम के रूप में काम कर रहे हैं. अंतागढ़ में क्या हुआ ये सबने देखा है. इनके बीच जो अंडरटेबल लेन-देन है. वो पहले भी होता रहा है. पूरे छत्तीसगढ़ और हिन्दुस्तान के लोग जानते हैं. अभी भी कुछ हुआ होगा तो मुझे कोई मालूम नहीं है. लेकिन ऐसी संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है.
रिपोर्टर- इसे पर्यटन जिला के रूप में विकसित करने की बात कही. यहां के विभूतियों को आपने नमन भी किया. जो आगे क्या प्राथमिकता रहेगी पेंड्रा-गौरेला-मरवाही को लेकर?
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल- यहां रविंद्र नाथ टैगोर जी डेढ़ साल रहे. यहां पत्रकारिता की पहली लेखनी चली उसकी ये कर्मभूमि रही है. भौगोलिक दृष्टकोण से देख तो यहा ज्वालामुखी के चिन्ह मिलेंगे. यदि प्रागैतिहासिक दृष्टिकोण से देखे तो दुनिया भर के लोगों को आकर्षित किया जा सकता है. ये कभी समुद्र का किनारा हुआ करता था. और कभी कोई टुकड़ा जुड़ा, उसका निशान आज भी है, क्षेत्र से मनेंद्रगढ़ लगा हुआ है, अमरकंटक है, यहां वो सारी चिन्ह है इसे ठीक से हम जनता के बीच लाए तो आकर्षण का केंद्र बनेगा. प्राकृतिक रूप से बेहद खूबसूरत जगह है. चाहे अजमेरगढ़ की बातचीत की जाए, या कबीर कुटी की बात की जाए. इसे विकसित करे तो निश्चित रूप से पर्यटन जिला बन सकता है.