सुप्रिया पांडेय, रायपुर। सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के शहादत दिवस के अवसर पर 31 अक्टूबर यानी आज के दिन अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने किसान अधिकार दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया. जिसके तहत छत्तीसगढ़ में भी प्रदर्शन किया गया. सभी जिला मुख्यालयों में सुबह 10 से शाम 4 बजे तक कृषि कानून के विरोध में सत्याग्रह का आयोजन किया गया था. यह प्रदर्शन घड़ी चौक स्थित भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के समीप किया गया और केंद्र सरकार से कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की गई.
इसके साथ ही कांग्रेस का हस्ताक्षर अभियान भी जारी है. हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन को जल्द से जल्द प्रदेश कांग्रेस कमेटी में जमा करने के निर्देश दिए गए हैं. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा 14 नवंबर को दो करोड़ किसान व खेत-मजदूरों के हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन राष्ट्रपति को सौंपा जाएगा.
प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि देश के प्रथम गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती और पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न इंदिरा गांधी की शहादत दिवस के दिन आज कांग्रेस ने पूरे देशभर के सभी जिला मुख्यालयों में किसान अधिकार दिवस के रुप में मनाया. आज के दिन सभी जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन आयोजित कर केंद्र सरकार के लाए गए तीनों कालों कानूनों का विरोध किया. तीनों कानूनों को वापस लेने की मांग की गई. छत्तीसगढ़ के सभी जिला मुख्यालयों में यह प्रदर्शन आयोजित किया गया था, जिसमें बड़ी संख्या में कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने शिरकत की और केंद्र सरकार से मांग की है कि देश की खेती को बर्बाद करने वाले काले कानूनों को तत्काल वापस ले.