अंकुर तिवारी, धमतरी। प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना के तहत नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी कार्यक्रम के तहत जिला मुख्यालय से लगे ग्राम सोरम की महिलाएं कम समय में न सिर्फ सब्जियों की खेती लेकर आय का जरिया तैयार किया है, बल्कि उसके साथ गैंदा फूल की पैदावार कर त्योहारी सीजन में अपनी आर्थिक गतिविधियों को नई दिशा प्रदान कर रही हैं.

सहायक संचालक उद्यान डीएस कुशवाह ने बताया कि धमतरी विकासखण्ड के ग्राम सोरम, भटगांव में 13 सदस्यीय ज्योति महिला स्व-सहायता समूह ने सामूहिक बाड़ी योजना के तहत शासकीय भूमि पर लगभग दो एकड़ क्षेत्र में विभागीय सहयोग से विभिन्न सब्जियों के साथ गैंदा फूल के 1850 पौधे लगाए गए थे. त्योहारी सीजन में इसकी अच्छी-खासी बिक्री भी की है. उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में दीपावली, तुलसी विवाह, गुरूनानक जयंती जैसे महत्वपूर्ण त्यौहारों में फूलों की मांग और अधिक हो जाएगी, जिससे फूलों के खरीदार बढ़ जाएंगे. इससे समूहों को अतिरिक्त आमदनी प्राप्त होगी.

कुशवाह ने बताया कि इसके पहले एनजीजीबी प्रोजेक्ट का उद्यानिकी विभाग के सहयोग से कुंदरू, टमाटर, भिण्डी, बरबट्टी, गिल्की, करेला, लौकी, लालभाजी, पालक, चौलाई भाजी सब्जी की खेती की. चार महिला स्व-सहायता समूहों ने अब तक 6 क्विंटल सब्जी का उत्पादन कर स्थानीय बाजार में बेचा है, जिससे समूहों को लगभग 20 हजार रुपए का शुद्ध मुनाफा हुआ था. अब सब्जियों के साथ फूलों के उत्पादन से महिलाओं के लिए सामूहिक बाड़ी वरदान साबित हुआ है, और उनका आत्मसम्मान भी बढ़ा है.