रायपुर। केन्द्र सरकार द्वारा बारदाने में कटौती करने से प्रदेश में धान खरीदी प्रभावित होगी और इसका सीधा नुकसान प्रदेश के किसानों को होगा।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में अनुमानित धान उपार्जन के लिए लगभग 4 लाख 75 हजार गठान बारदानों की आवश्यकता होगी। इसके लिए सर्वप्रथम लगभग 3 लाख 50 हजार गठान नए बारदानों की व्यवस्था जूट कमिश्नर कोलकाता के माध्यम से एवं लगभग 1 लाख 25 हजार गठान पुराने बारदाने की व्यवस्था मिलर्स एवं पीडीएस बारदाने से कार्ययोजना तैयार की गई थी।

कालांतर में भारत सरकार द्वारा नए जूट बारदानों की आपूर्ति में कटौती करते हुए छत्तीसगढ़ के लिए 1 लाख 43 हजार गठान नए बारदाने आपूर्ति हेतु 9 अक्टूबर 2020 को सूचित किया गया है। भारत सरकार द्वारा नए बारदानों की आपूर्ति में कटौती किए जाने से प्रदेश में धान खरीदी प्रभावित होने की संभावना है।