सत्यपाल राजपूत, रायपुर। नगर निगम रायपुर की सामान्य सभा की बैठक में आज 30 में से 29 प्रस्ताव पारित किये गए. वहीं 11 प्रस्ताव बगैर विपक्ष के मंजूर हो गए. सभा में नेता प्रतिपक्ष नहीं होने पर महापौर एजाज ढेबर ने भाजपा पर तल्ख टिप्पणी कर दी. महापौर ढेबर ने कहा कि विपक्ष बगैर दूल्हे का बाराती है. दूल्हा ही गायब है और बराती पहुंच गए हैं. सब खाना पानी सजा हुआ है. महापौर के इस बयान पर विपक्ष भड़क गए. विपक्ष ने इस टिप्पणी को अनुशासनहीनता बताते हुए कहा कि सदन की गरिमा के अनुरूप सत्ता पक्ष का व्यवहार नहीं है. जन प्रतिनिधियों को बराती कहना अशोभनीय है. ये जन प्रतिनिधियों का अपमान है.
मंत्रियों के प्रस्ताव के आधार पर किया गया नामकरण
महापौर विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि पहले तो ये बग़ैर दूल्हा के बराती है. सब व्यवस्था सजा हुआ है. खाना पानी है, फिर भी इनके द्वारा बाहर जाकर अनुशासनहीनता बरती गई. बिलकुल ऐसा पहली बार देखने को मिला है कि कोई बाहर जा रहा है. कोई ज़मीन पर बैठ रहा है तो कोई अंदर बैठने को कह रहा है. मतलब विपक्ष में एक राय नहीं है
वहीं प्रस्ताव को पास करने को लेकर कहा कि पूर्व में गिरे प्रस्ताव को बहुमत के आधार पर पास किया जा सकता है. प्रस्ताव पेश करने के लिए नगर निगम कमिश्नर प्रस्तावित कर उसे सदन में लाया जाता है. साथ ही अधिकार क्षेत्र के बाहर नामकरण करने को लेकर कहा कि मंत्रियों के पत्र के आधार पर यह प्रस्ताव सदन में लाया गया और वह पास भी हो गया.
बीजेपी पार्षद सूर्यकांत राठौर ने महापौर के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि किसी भी जनप्रतिनिधि को बराती कहना उनके गरिमा को ठेस पहुंचाना है और ये जनता का अपमान है. ऐसा कोई क़ानून नहीं है कि बग़ैर नेता प्रतिपक्ष के विपक्ष सामान्य सभा में शामिल न हो सके.
महात्मा गांधी के नाम पर निगम कार्यालय- सभापति प्रमोद दुबे
सभापति प्रमोद दुबे ने बताया कि आज नगर निगम कार्यालय का नाम बदला गया है. अब निगम कार्यालय महात्मा गांधी भवन के नाम से जाना जाएगा. सभा में ये प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया. निगम कार्यालय के बाहर महात्मा गांधी की प्रतिमा लगाई जाएगी.
सोशल डिस्टेंसिंग का किया गया पालन
नगर निगम रायपुर की सामान्य सभा की बैठक में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया. कोरोना वायरस के मद्देनजर सभा हाल की बैठक व्यवस्था में बदलाव किया गया. हर पार्षद के बीच ग्लास शीट लगाई गई. विधानसभा की तर्ज पर व्यवस्था की गई. सामान्य सभा हॉल में जाने से पहले स्क्रीनिंग की गई. बता दें कि नगर निगम चुनाव के बाद पहली सामान्य सभा आज आयोजित की गई. वहीं बीजेपी अभी नेता प्रतिपक्ष तक तय नहीं कर पाई है.
भ्रष्टाचार के लगाए आरोप
सामान्य सभा के प्रश्नकाल में बीजेपी पार्षद मीनल चौबे ने अमृत मिशन योजना और पाइपलाइन बिछाने की प्राथमिकता पर सवाल उठाए. भाजपा पार्षद ने पूछा कि निगम क्षेत्र में कोरोना महामारी को लेकर अब तक कितनी राशि खर्च की गई. इस सवाल के जवाब में एमआईसी सदस्य शमीम अख्तर ने बताया कि छह करोड़ 49 लाख 40 हजार रुपए खर्च किए गए हैं. इसके साथ ही ग्लब्स, मास्क और सेनेटाइजर बांटे गए. रासायनिक घोल का छिड़काव किया गया.
एमआईसी सदस्य के इस जवाब से मीनल चौबे संतुष्ट नहीं हुई. उन्होंने तमाम विकास कार्यों में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए.पार्षद के आरोप के बाद सत्ता पक्ष के नेता भड़क गए. विपक्ष के पार्षद पर अनर्गल आरोप लगाने की बात कही. बता दें कि सामान्य सभा की बैठक में वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा, विधायक कुलदीप जुनेजा व विधायक विकास उपाध्याय भी मौजूद रहे.