भोपाल। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत संगठन के भोपाल प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुलाकात की है. मध्यप्रदेश विधानसभा उपचुनाव के परिणाम आने से पहले हुई इस मुलाकात को लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.
बीते तीन महीने के दौरान तीसरी बार भोपाल पहुंचे संघ प्रमुख मोहन भागवत के संघ से जुड़े कार्यक्रमों के अलावा शिवराज सिंह के मंत्रिमंडल के सदस्यों से मेल-मुलाकात का दौर भी जारी है. इसके लिए भाजपा ने बाकायदा राज्य सरकार के सभी मंत्रियों को राजधानी में ही रहने का निर्देश जारी किया हुआ है. स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार, उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव के अलावा सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया संघ प्रमुख से मुलाकात कर चुके हैं.
जिस तरह से संघ प्रमुख से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ संघ से जुड़े हुए उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों से मुलाकात का दौर चल रहा है, वहीं दूसरी ओर सिंधिया से जुड़े मंत्रियों से कोई चर्चा नहीं हो रही है. उससे भागवत के प्रवास के राजनीतिक मकसद को भी विश्लेषक टटोलने में जुटे हुए हैं.
माना जा रहा है कि बड़ा सवाल अगर सिंधिया के समर्थन में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए विधायक उपचुनाव में अपनी सीट नहीं बचा पाए तो उनका भविष्य भाजपा में कैसे रहेगा. शिवराज सिंह मंत्रिमंडल का स्वरूप कैसा रहेगा. इस पर आरएसएस की पृष्ठभूमि वाले भाजपा विधायकों की राय मोहन भागवत के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है.