रायपुर। छत्तीसगढ़ के कई शहरों में इस साल दीपावली में पटाखे फोड़ने पर बैन लग सकता है। दरअसल दीपावली में पटाखों के धुओं से वायुमंडल में जहरीले तत्वों की मात्रा बेतहाशा बढ़ जाता है और यह प्रदूषण कोरोना के मरीजों के लिए घातक हो सकता है। जिसकी वजह से नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने पटाखों पर 7 से 30 नवंबर तक प्रतिबंध लगाने के लिए 18 राज्यों को नोटिस जारी कर उनका पक्ष मांगा है।

छत्तीसगढ़ में रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर और कोरबा सहित कई जिले ऐसे हैं जिनमें कोरोना का संक्रमण सबसे ज्यादा है। जिनमें रायपुर और दुर्ग ऐसे जिले हैं जहां कोरोना से सर्वाधिक मौतें भी हुई है। लिहाजा यह माना जा रहा है कि यहां सरकार आने वाले एक दो दिन में पटाखे पर प्रतिबंध लगाने को लेकर अहम फैसला ले सकती है।

विशेषज्ञों के मुताबिक कोरोना वायरस लंग्स पर ज्यादा इफेक्ट डालता है। राज्य में ऐसे कोरोना पीड़ितों की संख्या ज्यादा है जिनके फेफड़े में कोरोना की वजह से संक्रमण हो गया है। ऐसे लोगों के लिए वायु प्रदूषण हानिकारक है। दीपावली में फोड़े जाने वाले फटाखों में घातक बारुदों की मात्रा ज्यादा रहती है।

इधर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पटाखों पर प्रतिबंध लगाए जाने के सवाल पर जवाब दिया है, उन्होंने कहा है कि-

हमने अब तक इस विषय पर कोई फैसला नहीं किया है.

मुख्यमंत्री के बयान के बाद यह संशय़ के हालात है कि क्या पटाखों पर राज्य में प्रतिबंध लगाया जाएगा या नहीं, लेकिन भीतरखाने के सूत्र बताते हैं कि सरकार ऐसा कोई भी फैसला लेने नहीं जा रही है.