हेमंत शर्मा, रायपुर। ईओडब्लू के नाम पर उगाही करने के मामले में चौथे आरोपी का खुलासा हुआ है. जो अभी फरार चल रहा है. पुलिस उसकी गिरफ्तारी की कोशिश में लगी हुई है. पूछताछ में पता चला कि निलंबित एएसआई विनोद वर्मा की धरसींवा में आलीशान बंगला है. पुलिस अब मामले में आय से अधिक संपति के एंगल से भी जांच करेगी.

मामले में फरार चौथे आरोपी का भी नाम सामने आ गया है. दिनकर बरेठवार बर्खास्त हवलदार है. इसकी गिरफ्तारी के लिए टीम लगी हुई है. षड्यंत्र में किस तरीके से इसका रोल था इसकी भी जांच की जा रही. यह किस जिले में था क्यों बर्खाश्त हुआ पुलिस इस बारे में भी पता कर रही है. अब तक की जांच में 7 लोगों के नाम सामने आए है, जिनसे आरोपियों ने धौंस दिखाकर वसूली की है. विभागीय सूत्रों के मुताबिक, आरोपियों ने 25 से ज्यादा लोगों से वसूली की है.

इसे भी पढ़े-बड़ी खबर: ईओडब्ल्यू जांच का डर दिखाकर की गई जमकर वसूली, बर्खास्त एसआई, एएसआई, आरटीआई एक्टिविस्ट गिरफ्तार

ईओडब्लू व एसीबी चीफ आरिफ शेख ने कहा कि मामले में कुल 4 अपराध एक बलौदाबाजार और तीन रायपुर में कायम करवाये थे. इसकी विवेचना चल रही है. हम लोग रायपुर पुलिस के साथ फॉलोअप कर रहे है. इसमें चौथा आरोपी भी क्लियर हो गया है. इसके बारे में संबंधित थाने को भी बता दिया गया है. आरोपियों की जो प्रापर्टी थी इसकी पतासाजी कर रहे है और इनकी बहुत ज्यादा प्रापर्टी होने की जानकारी मिली है. आय से अधिक संपत्ति का मामला भी इसमें खोलेंगे. अभी जांच चल रही है. इसमें कड़ी कार्रवाई करेंगे. बर्खास्त एएसआई विनोद वर्मा की धरसींवा क्षेत्र में काफी आलीशान घर होने की जानकारी मिली है. सब चीजों पर अभी तस्दीक की जा रही है.

बता दें कि इस मामले में पिछले दिनों बर्खास्त एसआई सत्येंद्र सिंह वर्मा, खुद को पत्रकार और आरटीआई एक्टिविस्ट बताने वाले राकेथ तराटे और निलंबित एएसआई विनोद वर्मा को गिरफ्तार किया था. आरोपियों ने अब तक 25 लाख रूपए से अधिक की ठगी की है. वर्मा ईओडब्ल्यू का निलंबित कर्मचारी है. गंभीर शिकायतों के बाद उसे निलंबित किया गया था. वहीं सत्येंद्र सिंह पहले भी रिश्वत मांगने के आरोप में जेल जा चुका है.