दंतेवाड़ा। जिला पंचायत अध्यक्ष तुलिका कर्मा और कलेक्टर दीपक सोनी ने जिला कलेक्टर कार्यालय से आज हरी झण्डी दिखाकर कड़कनाथ की गाड़ी को अंबाला हरियाणा के लिए रवाना किया. साथ ही कड़कनाथ पालकों को 4 लाख 24 हजार रूपये की राशि का चेक के माध्यम से भुगतान किया गया.
गौरतलब हैं कि दन्तेवाड़ा माई दन्तेश्वरी के शक्ति पीठ, अपने प्राकृतिक सुंदरता, लौह उत्पादन के नाम से विश्व प्रसिद्ध है. उनमें अब दन्तेवाड़ा का कड़कनाथ का नाम भी शामिल हो गया है. दन्तेवाड़ा मे गरीबी उन्मूलन के लिए पुना माड़ाकाल दन्तेवाड़ा योजना चलाई जा रही है, जिससे यहां की गरीबी को जड़ से खत्म किया जा सकें. छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिला होने के बावजूद इसने विकास की ओर अपना रूख कर लिया है. राज्य सरकार के मार्गदर्शन में कलेक्टर दीपक सोनी द्वारा यहां कई विकासशील कार्य किये जा रहें है.
इसी कड़ी में आज जिला कलेक्टर कार्यालय से गरीबी उन्नमूलन के तहत कड़कनाथ मुर्गी का वृहद मार्केटिंग की शुरूआत की गई और अंबाला हरियाणा के किंग कड़कनाथ ऑर्गेनिक फॉर्म को 4 लाख 24 हजार की कड़कनाथ का विक्रय किया गया. ये कड़कनाथ मुर्गी जिले के पशुधन विकास विभाग द्वारा गरीबी उन्नमूलन योजना के तहत हितग्राहियों को कड़कनाथ पालन के लिए चूजे उपलब्ध कराये गये थे. जिनमें पशुपालक हितग्राहियों द्वारा चूजों को बड़ा करके निर्यात के लिए उपलब्ध कराया गया.
सबसे खुशी की बात यह है कि यह सभी हितग्राही जिले के प्रभावित क्षेत्र बड़े गुड़रा, कड़मपाल, किरन्दुल, हल्बारास, कुआकोण्ड़ा, कटेकल्याण, मटेनार, आदि जैसे क्षेत्रों के निवासी है. इस तरह देखा जा सकता है कि दन्तेवाड़ा के विकास को कोई रोक नहीं सकता और राज्य शासन की मंशानुसार यहां के लोग जिले का नाम विश्व पटल में चमकाने का कार्य अवश्य करेंगे. ज़िला प्रशासन द्वारा पूर्व में देवगुड़ी का कायाकल्प कार्ययोजना, सामूहिक जैविक खेती, गांव गांव में स्वरोजगार केंद्र, आत्म समर्पित नक्सलियों को रोजगार उपलब्ध कराना आदि कार्य कर विकास के लहर जिले में चलाई जा रही है. अब कड़कनाथ को निर्यात से जोड़कर लोगों को आजीविका वर्धन का सतत विकल्प उपलब्ध कराने का प्रयास है.