पंकज सिंह भदौरिया, दंतेवाड़ा। नक्सलियों के हौसले कितने बुलंद हैं, यह दंतेवाड़ा में देखने को मिला. पांच लाख का ईनामी नक्सली अपने साथियों के साथ ग्राम सरपंच के साथ कलेक्टर की रैकी करने पहुंचा था. इसकी जानकारी होने पर डीआरजी के घेराबंदी करने पर नक्सली मोबाइल फोन छोड़कर भाग निकला, वहीं सरपंच को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.

जानकारी के अनुसार, पांच लाख का ईनामी नक्सली बुधरा अपने साथियों के साथ टेटम सरपंच के साथ कलेक्टर दीपक सोनी की रैकी करने कलेक्टोरेट पहुंचा था. इस बात की जानकारी होने पर डीआरजी ने घेराबंदी कर नक्सली को पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन तब तक तमाम नक्सली जा चुके थे, वहीं बुधरा मोबाइल छोड़कर मौके से फरार हो गया. सरपंच को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसमें उसने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि नक्सली उसके साथ एसडीएम के पास भी गया था.

कलेक्टोरेट की सुरक्षा को किया गया पुख्ता

एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि कलेक्टर दीपक सोनी के चेम्बर में 10 नक्सली जनमिलिशिया सरपंच के साथ दाखिल हुए थे. नक्सली कलेक्ट्रेट परिसर का नक्शा बना रहे थे. रेकी करने की बात सामने आने के बाद से कलेक्ट्रेट की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया गया है.

नक्सली पहले भी इसी तरह रच चुके हैं साजिश

दंतेवाड़ा के कलेक्टर, एसडीएम सहित अन्य प्रशासनिक अफसरों की रेकी कर उन्हें निशाना बनाने के लिए यह नक्सलियों की पहली कोशिश नहीं है. करीब 10 महीने पहले नक्सलियों ने कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा व एसपी डॉ अभिषेक पल्लव की वाहन को पोटाली में ब्लास्ट में उड़ाने की साजिश रची थी. इसके बाद पुलिस अलर्ट हुई थी, और साजिश रचने वाले नक्सली को गिरफ्तार किया था. इसके अलावा नक्सली पुलिस लाइन कारली में भी बड़ा हमले करने की योजना बनाई थी.