रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस नेतृत्व को लेकर सवाल उठाने वाले नेताओं पर निशाना साधा है. भूपेश बघेल ने एक के बाद तीन ट्वीट किए हैं. हालांकि उन्होंने इस ट्वीट में किसी का नाम नहीं लिया है, लेकिन बिना नाम लिया ही उन्होंने पार्टी के अंदर जो नेता खुलकर बोल रहे है उन पर वार कर दिया है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने ट्वीट में ये लिखा है-
अभी कुछ लोगों ने हमारी कांग्रेस पार्टी को लेकर सार्वजनिक बयान दिए हैंं। कांग्रेस पार्टी एक “विचार” है और “विचार” का कोई “ढांचा” नहीं होता, “नींव” होती है। और कांग्रेस पार्टी की यह नींव करोड़ों कार्यकर्ताओं के खून-पसीने से सिंचित हुई है और होती रहती है।
जो भी लोग व्यवस्था/ढांचा/नेतृत्व परिवर्तन जैसे विषय उठा रहे हैं, उन्होंने अभिव्यक्ति का ग़लत मंच चुना है। लेकिन समय की जरूरत है कि हम सभी हर दिन सड़क पर लाठी/डंडे खाकर, खून-पसीना बहाकर, “आइडिया ऑफ इंडिया” को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हमारे कार्यकर्ता साथियों के साथ..
..सड़क पर हाथ में तिरंगा और कांग्रेस का झंडा थामकर खड़े हों। तब समझ में आएगा कि दिक्कत न नींव में है, न ढांचे में।
बता दें कि बिहार चुनाव मिली हार के बाद से कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी में मंथन, चिंतन की बात कहते हुए वर्तमान नेतृत्व और ढाँचे को लेकर सवाल उठाए थे. खास तौर पर वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल और गुलाम नबी आजाद लगातार मीडिया में सार्वजनिक बयान दे रहे हैं.
गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि पार्टी का पूरा ढांचा ध्वस्त हो चुका है. साथ ही कार्यकर्ताओं के साथ संपर्क भी टूट चुका है. वहीं गुलाम नबी आजाद ने राहुल गांधी को इशारों में नया लड़का बताया है. कांग्रेस सबसे निचले स्तर पर खड़ी है. कांग्रेस के बड़े नेताओं का अपने कार्यकर्ता के साथ संपर्क टूट गया है. ब्लॉक के लोगों के साथ, जिलों के लोगों के साथ संपर्क टूट गया है. गुलाम नबी ने कहा कि फाइव स्टार होटलों में बैठकर चुनाव नहीं लड़ सकते हैं.