रायपुर- छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र को महज ढाई दिन में ही खत्म कर दिए जाने से नाराज कांग्रेस ने अब शीतकालीन सत्र की बैठकों को बढ़ाने की मांग की है. नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव ने राज्यपाल, मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष को पत्र भेजकर आगामी शीतकालीन सत्र की बैठकें दस दिनों के लिए बुलाए जाने की मांग की है. टीएस सिंहदेव ने पत्र में लिखा है कि सदन में 53 विधायक पहली बार निर्वाचित होकर पहुंचे हैं, लिहाजा बैठकों की संख्या कम होने की वजह से उन्हें अपने क्षेत्रों के मुद्दों को प्रभावी ढंग से रखने का मौका नहीं मिलता.

टी एस सिंहदेव ने पत्र में इस बात की भी चिंता जताई है कि साल दर साल बैठकों की संख्या घटती जा रही है. जनहित के महत्वपूर्ण मुद्दे लंबित पड़े हुए हैं. आम जनता से जुड़े अहम मुद्दों पर सदन के भीतर चर्चा ही नहीं हो पा रही है.  यह हम सबके लिए गंभीर चिंतन का विषय होना चाहिए. उन्होंने पत्र में लिखा है कि- हम सभी राजनीतिक जीवन में हैं और यह भलिभांति जानते हैं कि विधानसभा सत्र जनता की बात शासन तक पहुंचाने का सबसे सशक्त, सरल और विश्वसनीय माध्यम होता है. साथ ही जनता के लिए विधानसभा सत्र अपने चुने हुए जनप्रतिनिधि के मूल्यांकन की भी कसौटी होता है.  टी एस सिंहदेव ने गंभीर टिप्पणी करते हुए लिखा है कि- यदि निर्वाचित जनप्रतिनिधि अपने इस मौलिक अधिकार से वंचित होता है, तो लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं के क्रियान्वयन पर प्रश्नचिन्ह लगता है तथा इसकी महत्ता एवं विश्वसनीयता भी कम होती है.

नेता प्रतिपक्ष को उनके दल के कुछ लोग खुल कर काम करने नहीं देते- अजय चंद्राकर

इधर नेता प्रतिपक्ष के पत्र पर संसदीय कार्यमंत्री अजय चंद्राकर ने लल्लूराम डाॅट काम से हुई बातचीत में कहा कि नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव हमेशा पत्र लिखते रहते हैं. उन्होंने कहा कि उनके दल के कुछ लोग उनको खुलकर काम करने नहीं देते. नेताजी के हाथ में कुछ भी नहीं है.