नई दिल्ली। भारत में फिर से बढ़ रहे कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह के साथ 8 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच बैठक हुई. पीएम मोदी ने कोरोना की वैक्सीन को लेकर कहा कि वैक्सीन कब आएगी, इसका वक्त हम तय नहीं कर सकते हैं, बल्कि ये वैज्ञानिकों के हाथ में है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग इस मसले पर राजनीति कर रहे हैं, लेकिन किसी को राजनीति करने से नहीं रोका जा सकता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस से प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा की. इस बैठक में केरल, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री शामिल रहे. बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बैठक में बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में हैं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ओर से अतिरिक्त बेड्स की मांग की. गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यों से सतर्कता बरतने की बात कही. बैठक में विभिन्न प्रदेशों में कोरोना संक्रमण से रोकथाम और बचाव के उपायों की समीक्षा की गई और निकट भविष्य में आने वाले वैक्सिन लगाने के लिए तैयारियों और कार्य योजना पर विचार-विमर्श किया गया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना से लड़ाई में हर कोई जारी है, अगर मुख्यमंत्रियों के पास कुछ और सुझाव हैं, तो लिखित में उन्हें हमें दे दें. देश में टेस्टिंग का नेटवर्क काम कर रहा है, देश में मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई का काम चल रहा है.
मोदी ने कहा कि हमारे पास अब पर्याप्त आंकड़ा है, ऐसे में तैयारी पूरी करनी होगी. शुरुआत में कोरोना के प्रति लोगों में खौफ था, तब लोग डर में आत्महत्या भी कर रहे थे. उसके बाद लोगों में एकदूसरे के प्रति संदेह हो रहा था. अब लोग कोरोना को लेकर गंभीर होने लगे हैं, लेकिन कुछ हदतक लोगों को लगने लगा है कि ये वायरस कमजोर हो गया है.