विंदेश पात्र, नारायणपुर। आमदई खदान में काम बंद करने की मांग को लेकर छोटे डोंगर से हजारों की संख्या में आसपास के सात जिलों के ग्रामीणों ने रैली निकाली. पुलिस-प्रशासन के रोके जाने पर ग्रामीण नारायणपुर-ओरछा मार्ग पर चक्काजाम कर बैठ गए हैं. ग्रामीणों के आंदोलन की वजह से छोटे डोंगर साप्ताहिक बाजार के व्यापारियों के साथ कई चार पहिया वाहनों को वापस लौटना पड़ा, वहीं एम्बुलेंस को ग्रामीणों ने आने-जाने दिया.

लगभग सात किमी तक की लंबी रैली को धौड़ाई थाना से कुछ दूरी पर जिला और पुलिस प्रशासन ने ग्रामीणों की रोकते हुए समझाइश देने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े रहे. ग्रामीणों का कहना था कि जल, जंगल, जमीन और पहाड़ हमारे देवी-देवता हैं, हमारे पूर्वजों के समय से हम उन्हें पूजते आ रहे हैं. सरकार अपने फायदे के लिए खुदाई कर नुकसान पहुंचाना चाहती है, ऐसा हम नहीं होने देंगे. ग्रामीणों ने आमदई खदान में खुदाई का कार्य नहीं करने का ठोस आश्वासन नहीं मिलने तक मौके पर डटे रहने की बात कही.

रैली में शामिल बीजापुर के ग्रामीणों ने कहा कि 24 नवम्बर से हम लोग पैदल निकले हैं. 27 नवम्बर को करियामेटा में निर्दोष ग्रामीणों को जबरन पकड़कर जेल भेजने, आमदई खदान को शुरू नहीं करने को लेकर केम्प के सामने धरना दिए. वहां पर प्रशासन के कोई बड़े अधिकारी नहीं पहुंचे तो हम लोग यहां छोटे डोंगर से रैली निकालकर धौड़ाई तक आए हैं, जब तक हमारी मांग पूरी नही होगी तब तक हम यहां डटे रहेंगे.