दिल्ली। इन दिनों देश की राजधानी दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन की चर्चा पूरे देश में है। इस बीच किसानों ने अपने एक काम से लोगों के दिल जीत लिए।
दरअसल, सरकार के विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलित किसानों की केंद्र सरकार के साथ चौथे दौरे की वार्ता हुई। विज्ञान भवन में लगभग सात घंटे तक चली इस बैठक में सरकार ने चर्चा के लिए पहुंचे किसान नेताओं के खाने पीने और सत्कार की बेहतर व्यवस्था की थी। जिसमें चाय-नाश्ते से लेकर खाने तक का इंतजाम किया गया था लेकिन किसान नेताओं ने सरकार के इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया। उन्होंने इस दौरान अपने साथ लंगर से लाए गए खाने को ही मिल बांट कर खाया। किसान नेताओं ने सरकार के खाने को स्वीकार नहीं किया। किसानों का कहना था कि सरकार के जिस फैसले के खिलाफ उनके साथी सड़क पर बैठे है ऐसे में वह सरकार का खाना कैसे खा सकते है।
सरकार के साथ बातचीत करने पहुंचे किसानों ने कहा कि जब तक सरकार इस कानून को वापस नहीं लेती है, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा। इस दौरान वह सरकार की ओर से किसी भी सुविधा को स्वीकार नहीं करेंगे। किसानों के इस कदम की चर्चा पूरे देश में हो रही है। लोग उनके इस फैसले और खुद्दारी की जमकर तारीफ कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी किसानों के इस फैसले की जमकर चर्चा हो रही है।