दिल्ली। देश के कई राज्यों मे स्वास्थ्य सेवाओं की बुरी हालत है। इस बीच हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग का कारनामा सामने आया है। यहां विभाग ने छत्तीस साल पहले मृत व्यक्ति का कोरोना सैंपल ले डाला।
राज्य के बिलासपुर जिले की स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छत्तीस साल पहले मृत व्यक्ति के कोरोना सैंपल लेने का मैसेज उसके परिजनों को भेज दिया। इतना ही नहीं विभाग ने मैसेज में उस व्यक्ति को आइसोलेट होने के भी निर्देश दे दिए और सैंपल जांच के लिए शिमला भेजने की भी जानकारी दी। स्वास्थ्य विभाग के इस फर्जीवाड़े से परिवार वाले भौचक्के हैं। इस घटना के बाद से कोविड जांच की सत्यता पर भी संदेह उठने लगा है।
मिली जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव बाड़ी में सैंपल लेने के लिए गई और गांव के लोगों के सैंपल लिए। इस गांव में कोरोना का मामला आने के बाद गांव के लोगों के सैंपल लिए गए। इनमें मदनलाल के पिता प्रभुराम के सैंपल लेने की बात कही गई। ये मैसेज देखकर परिवार के लोग हैरत में पड़ गए क्योंकि मदनलाल के पिता प्रभुराम का निधन छत्तीस साल पहले हो चुका हैं। इतना ही नहीं स्वास्थ्य विभाग ने उनके मृतक पिता के आइसोलेट होने की बात भी कही। स्वास्थ्य विभाग की इस लापरवाही भरी हरकत से लोगों में काफी गुस्सा है।