नई दिल्ली। अपनी देशव्यापी यात्रा के दौरान बंगाल के दौरे पर पहुंचे भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को सत्तारुढ़ टीएमसी के आक्रोश का सामना करना पड़ा है. ममता बैनर्जी के गढ़ में जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले को केंद्र ने गंभीरता से लिया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हमले के जांच के आदेश दिए हैं. इसके साथ राज्यपाल से राज्य की कानून-व्यवस्था पर रिपोर्ट मांगा है.

बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने अपनी ताल ठोंकनी शुरू कर दी है. इस कड़ी में तृणमूल कांग्रेस के सांसद और सीएम ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के संसदीय क्षेत्र डायमंड हार्बर में सभा के लिए निकले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय और मुकुल राय के भी वाहनों पर टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने जमकर पत्थरबाजी की. जिसमें कैलाश विजयवर्गीय की गाड़ी में किए गए पत्थरबाजी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वारयल हो रहा है.

मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि बंगाल सरकार को इस प्रायोजित हिंसा के लिए जनता को जवाब देना होगा. उन्‍होंने ट्वीट किया कि आज बंगाल में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के ऊपर हुआ हमला बहुत ही निंदनीय है, उसकी जितनी भी निंदा की जाये वो कम है. केंद्र सरकार इस हमले को पूरी गंभीरता से ले रही है. बंगाल सरकार को इस प्रायोजित हिंसा के लिए प्रदेश की शांतिप्रिय जनता को जवाब देना होगा.

वहीं जेपी नड्डा ने डायमंड हार्बर की सभा के बाद प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि यदि मैं आज यहां मीटिंग के लिए पहुंच पाया हूं तो यह मां दुर्गा की कृपा के कारण हुआ है. उधर ममता बैनर्जी ने कोलकाता में नड्डा के काफिले पर हुए हमले को भाजपा की नौटंकी करार दिया है.