रायपुर। केवल कांग्रेस ही नहीं भाजपा में भी अंदरखाने में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. अनुशासन का प्रतीक मानी जाने वाली पार्टी भाजपा में कार्यकर्ता का रोष सार्वजनिक मंच पर जाहिर करना दुर्लभ रहता है, ऐसे ही एक वाकया का गवाह हाल ही में फेसबुक बना, जिसमें प्रदेश भाजपा के सह प्रभारी नितिन नबीन को कार्यकर्ता ने राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री सौदान सिंह और पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह की तारीफ करना रास नहीं आया.
भाजपा के छत्तीसगढ़ प्रभारी डी.पुरंदेश्वरी और सह प्रभारी नितिन नबीन तीन दिन प्रदेश प्रवास पर थे. नबीन ने अपने दौरे के अनुभव फेसबुक पर साझा करते हुए लिखा कि डॉ. रमन सिंह जी के आवास पर भी जाना हुआ, बहुत आत्मीय भाव से पूरा परिवार ने स्नेह और आशीर्वाद दिया. छत्तीसगढ़ का कार्यालय सच में अद्भुत बनाया गया है. हर चीजों को व्यवस्थित और दूरगामी सोच के हिसाब से बनाया गया है. सौदान सिंह ने पूरा कार्यालय दिखाया. इसका निर्माण सही में हम सभी के लिए सीखने योग्य है.
नबीन की यही बात अंबिकापुर के भाजपा नेता कैलाश मिश्रा को रास नहीं आई. उन्होंने फेसबुक पर नितिन नबीन से पूछ लिया कि फिर भी कार्यकर्ता आज दुखी क्यों हैं? यह जानना होगा. उन्होंने अंबिकापुर विधानसभा का जिक्र करते हुए लिखा कि वर्ष 2008 में 9 सौ वोट से हारी. वर्ष-2013 में भाजपा 19 हजार से और वर्ष-2018 में 39 हजार वोट से हार का सामना करना पड़ा.
नितिन नबीन ने कैलाश मिश्रा से मोबाइल नंबर मांगा और फेसबुक पर लिखने के बजाए पार्टी के उचित फोरम में चर्चा करने की सलाह दी है.
उन्होंने आगे लिखा कि अनुराग सिंहदेव तीनों बार भाजपा के उम्मीदवार थे, और सौदान सिंह के चहेते हैं. सरगुजा जिले की 3 सीट भाजपा पिछले 3 चुनावों से हार रहे हैं. सरगुजा संभाग की 14 सीट में सभी सीट इस बार हार गए. सौदान सिंह बहुत बड़े रणनीतिकार हैं, तो 89 सीट को छोड़कर अकेले अंबिकापुर की जिम्मेदारी ले लें. यदि अंबिकापुर जीत गए, तो जान लीजिए कि हम सरगुजा संभाग की 14 में से 8 से 12 सीटें जीत लेंगे. जमीनी हकीकत यही है.