गुवाहाटी। ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव में सीटों की संख्या में ताबड़तोड़ बढ़ोतरी करने के बाद असम के बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (BTC) के चुनाव में भी भाजपा ने जोरदार प्रदर्शन किया है. वर्ष 2015 के चुनाव में महज एक सीट पर जीत हासिल करने के बाद अबकी बार 9 सीटों में जीत हासिल की है. इससे बड़ी बात भाजपा बीते 17 सालों से काउंसिल की सत्ता संभाल रही बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (BPF) से नाता तोड़कर अलग लड़ी और अब यूपीपीएल के साथ फिर सत्ता की बागडोर संभालने जा रही है.
बीटीसी के 40 सीटों के लिए 7 और 10 दिसंबर में हुए दो चरणों के मतदान के बाद 12 दिसंबर को हुई मतगणना के बाद शनिवार को परिणाम की घोषणा की गई. बीपीएफ ने अकेले चुनाव लड़ते हुए 17 सीटों पर जीत हासिल कर सबसे बड़ी पार्टी बनी है, वहीं छात्र से राजनेता बने प्रमोद बोरो की पार्टी यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरेशन (UPPL) ने 12 सीटों पर जीत हासिल की है. भाजपा ने 9 सीटों पर तो सत्ता में यूपीपीएल और भाजपा के साथ सहयोगी बनने जा रही गना सुरक्षा पार्टी (GSP) ने एक सीट पर जीत हासिल की है. इस तरह से सत्ता पर काबिज होने के लिए बहुमत के आंकड़े 21 से यह गठबंधन एक सीट ज्यादा है.
चुनाव में सबसे ज्यादा खराब प्रदर्शन कांग्रेस और बदरुद्दीन अजमल की आल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के गठबंधन की रही, जिसमें से कांग्रेस को महज एक सीट पर सफलता मिली है. भाजपा की जीत में सबसे बड़ा श्रेय अगर किसी को दिया जा रहा है, तो वह हेमंता शरमा बिसवा को जाता है, जिन्होंने प्रचार-प्रचार के दौरान आक्रामक तेवर अपनाया था. 46 सदस्यीय बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल में कुल 46 सीटें हैं, जिनमें से 40 सदस्य चुनाव के जरिए और 6 सदस्य नामांकन के जरिए शामिल होंगे.
बीटीसी चुनाव को 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है. भाजपा राज्य की 126 सीटों में से सौ सीटों पर जीत की तैयारी कर रही है. अगले साल होने वाले चुनाव के लिए बीटीसी के 21 लाख मतदाता अहम भूमिका निभाएंगे.