सुदीप उपाध्याय, बलरामपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बलरामपुर जिले पर सौगातों की बरसात कर दी. इसी जिले को दो मिनट से कम समय में एक नए तहसील और उपतहसील की सौगात दे दी. दरअसल, बलरामपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए जब बघेल ने चांदो और रघुनाथनगर की घोषणा कर दी. इसके बाद बलरामपुर विधायक बृहस्पति सिंह वहां पहुंचे और उन्होंने डौराकुचली को भी तहसील बनाने का आग्रह किया, जिसे भूपेश बघेल ने स्वीकार कर लिया. इसके बाद बरियों को उपतहसील बनाने की मांग सामरी के विधायक चिंतामणि महाराज ने की. जिसे भी उन्होंने स्वीकार कर लिया.
स्वास्थ्य सेवाओं में बेहद पिछड़ बलरामपुर जिले को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कई सौगातें दी. उन्होंने बलरामपुल जिला अस्पताल में 10 बेड आईसीयू और डायलिसिस और रामानुजगंज के 30 बिस्तरों के अस्पताल को 100 बिस्तरों का करने की घोषणा की.
भूपेश बघेल उन्होंने यहां केंदीय सहकारी बैंक का नवीन ब्रांच बनाने की घोषणा उन्होंने की. इसके अलावा तातापानी और रहनत में पुलिस थाने की घोषणा की. उन्होंने कंठीघाट से चांदो की सड़क का रुका हुआ काम पूरा करने के निर्देश दिए.
बलरामपुर जिले में भूपेश बघेल ने बड़ी संख्या में वनाधिकार पट्टे बांटे. उन्होंने तोती गांव को 1098 हैक्टेयर करंवा को रकबा 955.6 हैक्टेयर, ठरकी को 904.8 हैक्टेयर, मुरका को 560 हैक्टेयर, नरसिंहपुर में 1162.4 हैक्टेयर, धनेशपुर को 100 हैक्टेयर, मानिकपुर को 200 हैक्टेयर सामुदायिक पट्टे बांटे.
भूपेश बघेल ने सरगुजा के सभी जिलों में सड़क, पुल-पुलिया के निर्माण को मंज़ूरी देते हुए प्रक्रिया शुरु करने का ऐलान किया.
भूपेश बघेल ने टीएस सिंहदेव और उनके महकमे की इस बात को लेकर तारीफ की है कि इस साल उल्टी और दस्त में काफी कमी आई है. भूपेश बघेल ने कोरोना काल में राशन उपलब्ध कराने के लिए खाद्यमंत्री अमरजीत भगत और अंग्रेजी स्कूलों को खोलने के लिए स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ प्रेम साय सिंह की सराहना की. उन्होंने जिले में अंग्रेजी स्कूलों की संख्या अगले साल 52 से बढ़ाकर 100 करने की घोषणा की.
कहा- अंग्रेजी माध्यम में न पढ़ने से प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाता थे लेकिन अब अंग्रेजी माध्यम में पढ़कर देश और दुनिया में प्रतिस्पर्धा करेंगे. भूपेश बघेल ने बलरामपुर के किसानों से जीराफूल उगाने में जैविक खाद अपनाने की अपील की जिससे उनका मशहूर चावल जवांफूल (जीराफूल) की खूशबू दुनियाभर में फैल सके. मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि उनकी सरकार आदिवासी संस्कृति और उनकी परंपराओं को संरक्षित करेगी.