रायपुर- अविभाजित मध्यप्रदेश में दो बार मुख्यमंत्री और उत्तरप्रदेश में राज्यपाल रह चुके वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा के निधन पर छत्तीसगढ़ के वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने गहरा शोक व्यक्त किया है और उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है. अकबर ने कहा है कि बाबूजी का जाना न केवल कांग्रेस के लिए बल्कि पूरे देश के लिये अपूरणीय क्षति है. उनकी जगह कभी नहीं भरी जा सकेगी. मोहम्मद अकबर ने कहा – अविभाजित मध्यप्रदेश से लेकर छत्तीसगढ़ तक वे हम कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए एक पथ प्रदर्शक थे. उन्होंने कहा कि अविभाजित मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में बाबूजी ने तत्कालीन छत्तीसगढ़ अंचल के चहुंमुखी विकास के लिए अपना अमूल्य योगदान दिया.
मोहम्मद अकबर ने कहा कि दरणीय बाबू जी श्री मोतीलाल वोरा के निधन से राजनीति के एक युग का अवसान हुआ है. मोतीलाल वोरा के योगदान को याद करते हुए अकबर ने कहा कि उन्होंने सरकार और संगठन दोनों में ही कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का निर्वहन किया था.वे उत्तर प्रदेश के राज्यपाल भी रहे थे. उन्हें कुछ महीने पहले कोरोना हुआ था, लेकिन कोरोना से वो उबर चुके थे. हालांकि उसके बाद से ही उनकी तबीयत लगातार बिगड़ रही थी. उन्होंने कहा कि स्व. श्री वोरा ने सार्वजनिक जीवन में उच्च मानदंड स्थापित किए. वे मृदुभाषी और सरल, सौम्य व्यक्तित्व के धनी थे. वे अंतिम समय तक समाज के लिए कार्य करते रहे.अकबर ने उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है और उनके शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है.