रायपुर। धान की कस्टम मिलिंग के मामले में कांग्रेस विधायक दलेश्वर साहू ने सदन में अपनी ही सरकार को घेरा। दलेश्वर साहू ने कहा कि जिस राइस मिल में बिजली लाइसेंस ही नहीं उसे कस्टम मिलिंग के लिए 2 लाख 40 हज़ार 998 टन धान मिलिंग के लिए दे दिया गया। दलेश्वर साहू ने खुद की मौजूदगी में जाँच कराए जाने की माँग की।

जवाब में खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि कस्टम मिलिंग के पहले मिलर्स ने दस्तावेज जमा किए हैं। जहाँ गड़बड़ी हुई होगी वहाँ जाँच करा ली जाएगी।

मामले में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, अजय चंद्राकर, धर्मजीत सिंह ने भी कहा कि यह गम्भीर मामला है। जिस पर खाद्य मंत्री ने सदन में जाँच कराए जाने की घोषणा की।