रायपुर- बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के प्रस्तावित छत्तीसगढ़ दौरे के पहले प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी और सह प्रभारी नितिन नवीन तैयारियों का जायजा लेने जल्द प्रवास पर आ रहे हैं. संगठन की ओर से प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत 3 जनवरी से 5 जनवरी तक यह दौरा होगा.
छत्तीसगढ़ का दायित्व मिलने के बाद प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी और सह प्रभारी नितिन नवीन का दो दिवसीय दौरा 7 दिसंबर को हुआ था. तब उन्होंने कोरग्रुप, प्रदेश पदाधिकारियों, सांसदों, विधायकों के अलावा पिछले चुनाव में हार का सामना कर चुके उम्मीदवारों से भी मुलाकात की थी. संगठन के कामकाज में तेजी लाने समेत बची हुई नियुक्तियों को जल्द से जल्द पूरा किए जाने की नसीहत के साथ पुरंदेश्वरी यह कहते हुए लौट गई थी कि वह जल्द राज्य के दौरे पर दोबारा आएंगी. प्रभारी की नसीहत का असर भी हुआ. उनके प्रस्तावित दौरे के पहले ही जिन जिलों में प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्तियां बाकी थी, वहां पूरी कर ली गई.
जिलों के प्रवास पर जाएंगी
अपने प्रस्तावित दौरे के दौरान प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी और सह प्रभारी नितिन नवीन कई जिलों के दौरे पर भी जा सकते हैं. फिलहाल राज्य संगठन ने यह तय नहीं किया है कि उन्हें किन जिलों के दौरे पर ले जाया जाएगा. दौरे के दौरान जिला संगठन की बैठक लेने के साथ-साथ कार्यकर्ताओं को मोटिवेट करना एक बड़ा मकसद होगा. पिछली बैठक में भी उन्होंने दो टूक निर्देश दिए थे कि पिछली चुनाव में बीजेपी को मिली हार की वजह कार्यकर्ताओं की नाराजगी थी, लिहाजा संगठन नेता कार्यकर्ताओं के साथ खड़ा हों, उनका विश्वास जीते.
राष्ट्रीय अध्यक्ष के दौरे की तैयारी का जायजा भी लेंगे प्रभारी
प्रभारी और सह प्रभारी अपने प्रवास के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के प्रस्तावित छत्तीसगढ़ दौरे की तैयारियों का ब्लू प्रिंट भी तैयार करेंगे. नड्डा देशव्यापी दौरे के अभियान पर निकले हैं. कोरोना संक्रमित होने के बाद उनका कार्यक्रम जरूर आगे खिसक गया, लेकिन जल्द ही उनके छत्तीसगढ़ आने की चर्चा है. जाहिर है प्रभारी, सह-प्रभारी राष्ट्रीय अध्यक्ष के दौरे के पूर्व की तैयारियों का खाका खींचकर जाएंगे.
प्रदेश प्रभारी रहते पूरा छत्तीसगढ़ नाप चुके हैं नड्डा
छत्तीसगढ़ बीजेपी संगठन का प्रभार संभालने वाले अब तक के सभी प्रभारियों में से जे पी नड्डा ऐसे इकलौते प्रभारी रहे हैं, जिनकी दिलचस्पी जिला और मंडल स्तर तक जाकर संगठन के कामकाज की समीक्षा किए जाने को लेकर थी. नड्डा राज्य के अपने प्रवास के दौरान खूब दौरा किया करते थे. यही वजह है कि प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में उनकी सीधी पकड़ कायम हुई, जिसका फायदा उन्होंने चुनावी मोर्चे के दौरान उठाया. नई व्यवस्था में पहली मर्तबा राज्य को प्रभारी के साथ-साथ सह प्रभारी दिया गया है, जाहिर है विपक्ष में बैठी पार्टी को मजबूती दिए जाने के लिहाज से यह रणनीति तैयार की गई है.