दिल्ली। कोरोना वैक्सीन को लेकर देशभर में चर्चा और अफवाहों का दौर जारी है। अब इसे लेकर बड़े मुस्लिम धर्मगुरु ने बयान जारी किया है।
सुन्नी धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बयान जारी कर कहा है कि इस्लाम मे सुनी सुनाई बातों पर फैसला लेना नाजायज है। बगैर किसी जांच के किसी चीज को हराम या हलाल नहीं कहा जा सकता है। उन्होंने कोरोना वैक्सीन को लेकर अफवाह फैलाने वालों से कहा कि, जो लोग कोरोना वैक्सीन को हराम कह रहे हैं। उन्हें ये बताना चाहिए कि उन्होंने किस डॉक्टर से इसकी जानकारी ली है। मौलाना ने कोरोना वैक्सीन को बेहद जरूरी बताते हुए इसको लेकर फैली अफवाहों से बचने की भी बात कही।
मौलाना ने कहा कि इस्लाम में जान की हिफाजत को सबसे अहम बताया गया है। पैगम्बर ए इस्लाम हजरत मोहम्मद साहब ने दवा के जरिए इलाज कराने का हुक्म दिया है। कोरोना बीमारी से दुनिया भर में तमाम लोग मर चुके हैं। इस बीमारी के इलाज का कोई विकल्प भी नहीं है। अगर किसी दवा में कोई हराम चीज भी शामिल हो और जान बचाने के लिए उसका कोई विकल्प न हो तो वो ली जा सकती है। उन्होंने सभी मुसलमानों से अपील करते हुए कहाकि मेरी सभी से गुजारिश है कि पोलियो वैक्सीन की तरह कोरोना वैक्सीन के लिए अफवाह न फैलाएंं।