रायपुर। धान खरीदी को मसले को लेकर राज्य सरकार किसान कांग्रेस के प्रतिनिधियों से चर्चा की है. लेकिन इस चर्चा को लेकर अब किसान संगठन से जुड़े लोग नाराज हो गए हैं. छत्तीसगढ़ किसान मजदूर संघ का कहना है कि राज्य में 36 किसान संगठन है, लेकिन एक भी संगठन को सरकार ने चर्चा के लिए आमंत्रित नहीं किया. सरकार ने सिर्फ किसान कांग्रेस के सदस्यों से चर्चा की है.
किसान मजदूर संघ के नेता डॉ. संकेत ठाकुर ने कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि वे किसान संगठन जो विगत 3 महीनों से लेकर दो दशक से प्रदेश के अनेक किसान आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं और समय-समय पर राज्य सरकार के प्रतिनिधियों से मिलकर किसानों की व्यथा को व्यक्त कर रहे हैं उन 36 किसान संगठनों में से किसी भी एक संगठन को राज्य सरकार ने आज चर्चा के लिए आमंत्रित नहीं किया.
उन्होंने कहा कि यह बेहद दुखद तथ्य है कि राज्य सरकार भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार की तरह किसान संगठनों में भेदभाव करेगी तो वह किसानों के साथ कैसे न्याय कर पाएगी ? प्रदेश के 36 से अधिक किसान संगठनों के संयुक्त संगठन छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के संयोजक मंडल सदस्य रूपन चन्द्राकर, तेजराम विद्रोही, जनकलाल ठाकुर, सौरा यादव, शत्रुघन साहू, डॉ संकेत ठाकुर, ने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि भविष्य में जब भी किसान संगठनों से चर्चा करना चाहे तो सभी वर्ग के, सभी पक्ष के और दलगत राजनीति से दूर किसानों के लिए संघर्षरत वास्तविक संगठनों के प्रतिनिधियों से चर्चा करें ना कि सिर्फ कांग्रेस पार्टी से जुड़े संगठनों से चर्चा करें.