रायपुर. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने लल्लूराम डॉट कॉम के राजनीतिक संपादक रुपेश गुप्ता से बातचीत में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन के मुफ्त टीकाकरण पर यू टर्न लेने पर चुटकी लेते हुए हमला बोला है.

टीएस सिंहदेव ने कहा कि डॉक्टर हर्षवर्धन ने थाली परोसकर खींच ली. ये नहीं होना चाहिए. उन्होने कहा कि केंद्र की सरकार का स्पष्ट निर्णय होना चाहिए.

टीएस सिंहदेव ने कहा कि देश की सरकार एक छोटा सा निर्णय नहीं ले सकती. ये अच्छे संकेत नहीं देता. बार बार लोग पूछते हैं कि वैक्सीन के पैसे कौन देगा ? जनता देगी, राज्य सरकार देगी या फिर केंद्र सरकार देगी. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय आपदा घोषित कर फंड एकत्रित किए हैं. टीएस सिंहदेव ने कहा कि  ये केंद्र सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वो सबको फ्री में वैक्सीन दे. उन्होंने कहा कि सरकार को वही पैसे खर्च करने हैं जो उसने जनता से टैक्स के रुप में वसूले है. फिर इसमें इतना क्यों सोचना. उन्होंने कहा कि हर्षवर्धन का बयान निराशा वाला है.

गौरतलब है कि हर्षवर्धन ने ट्वीट कर कहा कि पहले चरण में 1 करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों और 2 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कस को कोरोना के टीके फ्री में लगाए जाएंगे. इससे पहले एक सवाल के जवाब में उन्होंने पूरे देश में मुफ्त में कोरोना के टीके लगाने की बात कही थी.

टीएस सिंहदेव ने कहा कि कोई एक कंपनी एक तयशुदा समय में वैक्सीन सबको दे पाएगी, ये मुश्किल है. जिन कंपनियों की वैक्सीन को मान्यता मिलेगी, उसके वैक्सीन लगाए जाएंगे.

टीएस सिंहदेव ने रायपुर के सरस्वती स्कूल में हुए ड्राइ वैक्सीनेशन का जायज़ा लिया. उन्होंने कहा कि इससे संभावित व्यवाहारिक दिक्कतों का पता चलता है. उन्होने कहा कि वैक्सीन लगने के बाद आधे घंटे लोगों को बिठाकर रखना सबसे चुनौतीपूर्ण काम है. जिसमें ज़्यादा मेहनत लगेगी. टीएस सिंहदेव ने कहा वैक्सीन सेंटर पर सैनेटाइज़र, एनालाइज़र के साथ ऑक्सीमीटर होगा. जिसका ऑक्सीजन का लेबल कम होगा उसके बारे में फैसला लिया जाएगा कि उसे वैक्सीन लगाई जाए या नहीं.