बिलासपुर। छत्तीसगढ़ी अस्मिता के प्रतीक और राज्य के महान विभूतियों में से एक पद्मश्री पं. श्यामलाल चतुर्वेदी की यादों को संजोय रखने का एक बड़ा काम राज्य सरकार ने किया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश के बाद बिलासपुर नगर निगम और स्मार्ट सिटी की ओर से शहर में एक प्रमुख मार्ग और चौक पं. श्यामलाल चतुर्वेदी के नाम पर रखा गया है.

इसमें स्मार्ट सिटी के तहत मिट्टी तेल मार्ग को स्मार्ट रोड में बदला गया. 8 करोड़ की लागत से निर्मित यह मार्ग शहर की पहली स्मार्ट सड़क है. इस सड़क का नामकरण पं. श्यामलाल चतुर्वेदी के नाम पर किया गया है. वहीं राजेन्द्र नगर चौक पर एक भव्य प्रतिमा भी पं. श्यामलाल की स्थापित की गई है.

2018 में राष्ट्रपति के हाथों मिला था पद्मश्री सम्मान

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 3 जनवरी को बिलासपुर प्रवास के दौरान प्रतिमा का अनवारण और स्मार्ट रोड का लोकार्पण करेंगे. तय कार्यक्रम के मुताबिक शाम 4 बजे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजेन्द्र नगर चौक पहुँचेंगे. प्रतिमा अनावरण और लोकार्पण कार्यक्रम की तैयारियाँ नगर निगम प्रशासन ने पूरी कर ली है.

2019 में बिलासपुर दौरे के दौरान भूपेश बघेल श्यामलाल चतुर्वेदी को उनके घर जाकर श्रद्धांजलि देते हुए

स्वर्गीय श्यामलाल के पुत्र शशिकांत चतुर्वेदी ने राज्य सरकार और नगर निगम प्रशासन का आभार जताते हुए कहा कि यह हम सबके लिए एक भावुक क्षण होगा. निश्चित उन्होंने जिस तरह से छत्तीसगढ़ी और छत्तीसगढ़ियापन को जीवन भर जीया है वह हम सबके लिए चिरस्मरणीय है. हमें खुशी हैं कि बाबूजी की यादों को और उनके कार्यों को रेखांकित करने की दिशा में मुख्यमंत्री ने एक बड़ा काम किया है.

गौरतलब है कि 2018 में पं. श्यामलाल चतुर्वेदी को भारत सरकार ने शिक्षा और साहित्य के लिए गए उनके उत्कृष्ट सेवा के लिए पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया था. लंबे समय तक बीमारी से जुझते हुए दिसंबर 2018 में वे परलोक सिधार गए थे.