रायपुर- धान खरीदी को लेकर केंद्र और राज्य सरकार के बीच चल रहे सियासी टकराव के बीच छत्तीसगढ़ बीजेपी के सह प्रभारी नितिन नवीन ने तंज कसते हुए कहा है कि भूपेश सरकार पहले यह बताए कि पिछले साल एफसीआई को 28 लाख मीट्रिक टन चावल दिया जाना जो बाकी है, वह किस मंत्री के गोडाउन में छिपा रखा है. दरअसल नितिन नवीन ने यह बयान उस सवाल के जवाब में दिया है, जिसमें उनसे यह पूछा गया था कि केंद्र सरकार राज्य को एफसीआई कोटे का चावल जमा करने की अनुमति नहीं दे रही है?
नितिन नवीन ने कहा कि भूपेश सरकार का यह पूछने का नैतिक अधिकार नहीं है. वह खुद अपनी खामियों और कमियों को छिपाने का काम कर रही है. पिछले साल का बैकलाॅग पूरा किया नहीं है. 28 लाख मीट्रिक टन चावल जमा करना शेष है. पहले राज्य ने सितंबर तक का वक्त मांगा था. फिर अक्टूबर का वक्त लिया और बाद में चिट्ठी भेजकर केंद्र से 31 दिसंबर तक बढ़ाए जाने की मांग की. उन्होंने कहा कि धान खरीदी के मुद्दे पर भूपेश सरकार सिर्फ हंगामा कर इशू बना रही है. दूसरी बात यह है कि राज्य के किसानों को राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने नौ हजार करोड़ रूपए राज्य को दिए, आखिर उस पैसे का हिसाब क्या है? वह पैसा कहां गया. भूपेश सरकार को यह बताना चाहिए. बीजेपी के सह प्रभारी ने कहा कि राज्य सरकार पुराना बैकलाॅग क्लीयर नहीं कर रही है, उसके बाद का उठाव कैसे किया जाएगा. ये सरकार गरीब किसानों से जुड़े इष विषय को भी बड़े घोटाले की शक्ल दे देगी, लेकिन हम किसानों का नुकसान नहीं होने देंगे. बीजेपी यह सुनिश्चित करेगी कि किसानों के हित में ही निर्णय हो.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को दी चुनौती
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के बीजेपी नेताओं के घरों का घेराव करने वाले बयान पर भी बीजेपी सह प्रभारी नितिन नवीन ने निशाना साधा. उन्होंने कहा कि वह घेरने की क्या चुनौती देंगे. मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि मैं उनके घर का घेराव करने तैयार हूं. पहले वह यह बताए कि पिछले साल का 28 लाख मीट्रिक टन चावल किस मंत्री के गोडाउन में छिपा रखा है. किसानों का धान कहां गया?