गाजियाबाद। मुरादनगर में रविवार को श्मशान घाट की छत गिरने से हुई 25 लोगों की मौत के मामले में ईओ, जेई और सुपरवाइजर को गिरफ्तार किया है, वहीं ठेकेदार फरार चल रहा है. मामले में आरोपियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या, भ्रष्टाचार लापरवाही सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज क़िया गया है. वहीं दूसरी ओर मृतक के परिजन एनएच-58 पर शव रखकर बैठे हुए हैं.

बता दें कि एक बुजुर्ग की अंत्येष्टि करने परिजन, रिश्तेदार और अन्य लोग मुरादनगर के श्मशान घाट पहुंचे थे. इसी दौरान बारिश होने पर बचने के लिए लोग शेड की ओर भागे. बारिश की वजह से शेड की कमजोर छत ढह गई. इस हादसे में अब तक 25 लोगों की मौत हो गई, वहीं कई लोग घायल हैं. यूपी सरकार ने हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है. वहीं सीएम योगी ने पीड़ितों को तत्काल राहत पहुंचाने के साथ जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए थे.

पुलिस ने मामले में  मुरादनगर नगरपालिका की अधिशाषी अधिकारी निहारिका सिंह, जूनियर इंजीनियर चंद्रपाल और सुपरवाइजर आशीष को गिरफ्तार किया है. वहीं ठेकेदार अजय त्यागी अभी भी फरार चल रहा है. मंडलायुक्त अनीता मेश्राम के निर्देश पर सभी आरोपियों पर गैर इरादतन हत्या, भ्रष्टाचार लापरवाही सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज क़िया गया है.

हादसे में मरने वालों के परिजनों ने शवों को लेकर गाजियाबाद को मेरठ से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) 58 पर जाम लगा दिया है. पुलिस प्रशासन के लोगों ने परिजनों को समझा-बुझाकर जाम समाप्त कराया. लेकिन थोड़ी ही देर बाद फिर से लोगों ने एनएच जाम कर दिया. चक्काजाम होने से सड़क पर करीबन 15 किमी तक वाहनों की कतार लगी हुई है. खबर लिखे जाने तक भारी पुलिस फोर्स मौके पर मौजूद है.