पंकज भदौरिया, दंतेवाड़ा। सब्ज़बाग दिखाकर सत्ता हथियाने वाली कांग्रेस सरकार जनता के वादों में 2 सालों में कही भी खरी नहीं उतरी है. भूमकाल विद्रोह भी 1 फरवरी से उठा था, इसलिए आंदोलन सीपीआई इसी तारीख से सभी जगह एक साथ सरकार के खिलाफ चलाएगी. यह बातें सीपीआई नेता मनीष कुंजाम ने पुराने सर्किट हाउस दंतेवाड़ा में पत्रकार वार्ता के दौरान कही.
कुंजाम ने कहा कि जेल में बंद निर्दोष कैदियों की रिहाई, क्षेत्रीय बेरोजगार युवाओं के पलायन लगातार हो रहे हैं. युवाओं को रोजगार लोकल में ही मिले, एनएमडीसी भर्ती में सिर्फ क्षेत्रीय लोगों को ही प्राथमिकता दिया जाए और तीसरी सबसे महत्वपूर्ण मांग बस्तर में पेशा कानून के सभी नियमों को लागू किया जाए, सरकार वादे करती है पर उन वादों को निभाती नहीं.
बस्तर से सरकार को 12 सीटें ऐसे ही नहीं मिली है. सरकार चुनावी वादों में ये सब मुद्दे लेकर आदिवासी जनता से वोट मांगने पहुंची थी. 25 सालों से अधिक पेशा कानून बने हो गए है. पर आज भी बस्तर में इस कानून की धज्जियां उड़ाने में सरकार कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही.
बोधघाट परियोजना में जिन ग्रामों को नुकसान होगा, सरकार उनके लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही. इसलिए इस परियोजना का भी विरोध है. क्योंकि परियोजना में जो भी सर्वे हो रहे हैं उस पर सिर्फ पैसे खाने का नाटक किया जा रहा है. जब जनता ही इस परियोजना का विरोध कर रही है तो सरकार पेशा कानून का पालन क्यों नहीं रही. गांव की अनुमति क्यों नहीं ले रही. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सीपीआई के लीडर भीमसेन मण्डावी, सुदरु कुंजाम, अनिल साजी, के साथ अन्य नेता मौजूद थे.