रायपुर। भारतीय रेलवे आम लोगों की यात्रा को सुगम करने के समाज के खास वर्ग को विशेष छूट भी मुहैया कराता है. इस छूट का हक वरिष्ठ नागरिकों से लेकर, कलाकार, राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त, खिलाड़ी, छात्र, सैनिकों की विधवाएं, किसान, मरीज और दिव्यांगजन तक शामिल हैं. आइए जानते हैं कि भारतीय रेलवे किन-किन लोगों को किस-किस श्रेणी में कितनी छूट प्रदान करता है.

भारतीय रेलवे दिव्यांगजनों को 75 से 25 प्रतिशत तक छूट प्रदान करता हैं. इसमें विकलांग, मानसिक तौर पर कमजोर, दृष्टि बाधित लोगों को सेकंड और स्लीपल क्लास, फर्स्ट क्लास, थ्री टीयर एसी, एसी चेयरकार में 75 फीसदी, फर्स्ट और सेकंड क्लास एसी में 50 प्रतिशत, राजधानी और शताब्दी एक्सप्रेस में थ्री टीयर एसी और एसी चेयरकार में 25 प्रतिशत के अलावा एमएसटी और क्यूएसटी में 50 प्रतिशत की छूट दी गई है. इसमें प्रभावित व्यक्ति के साथ उसके साथ यात्रा करने वाले को भी बराबर की छूट प्रदान की गई है. इसके अलावा मूक-बधिर यात्री को सेकंड क्लास, स्लीपर और फर्स्ट क्लास में 50 प्रतिशत, एमएसडी और क्यूएसटी में 50 प्रतिशत की छूट दी गई है. इसमें भी प्रभावित व्यक्ति के साथ उसके साथ यात्रा करने वाले को बराबर छूट दी गई है.

इसके अलावा कैंसर, थैलेसिमिया, हृदय रोगी, किडनी, सिकलसेल, टीबी, हिमोफिलिया, एड्स और मिर्गी रोगियों को भी छूट प्रदान की जाती है. इसमें कैंसर के मरीज को सेंकड क्लास, फर्स्ट क्लास और एसी चेयरकार में 75 प्रतिशत, स्लीपर क्लास और 3 टीयर एसी में 100 प्रतिशत, फर्स्ट और सेकंड क्लास एसी में 50 प्रतिशत की छूट प्रदान की जाती है. थेलेसिमिया, दिल की बीमारी, किडनी की समस्या से ग्रसित लोगों को सेकंड और स्लीपल क्लास, फर्स्ट क्लास, थ्री टीयर एसी, एसी चेयरकार में 75 फीसदी, फर्स्ट और सेकंड क्लास एसी में 50 प्रतिशत की छूट प्रदान की जाती है. इसी तरह हीमोफिलिया के मरीजों को सेकंड और स्लीपल क्लास, फर्स्ट क्लास, थ्री टीयर एसी, एसी चेयरकार में 75 फीसदी की छूट और टीबी के मरीजों को सेकंड और स्लीपल क्लास, फर्स्ट क्लास में 75 फीसदी की छूट दी जाती है. एड्स के मरीजों को सेकंड क्लास में 50 प्रतिशत की छूट प्रदान की जाती है.

रेलवे की ओर से 60 वर्ष के अधिक उम्र के पुरुषों को सभी क्लास में 40 प्रतिशत और महिलाओं को 50 प्रतिशत की छूट दी जाती है. इसके अलावा अवार्डधारियों को अलग-अलग वर्गों में 75 प्रतिशत से लेकर 50 प्रतिशत तक की छूट प्रदान की जाती है. युद्ध में शहीद हुए जवानों की विधवाओं को सेकंड और स्लीपर क्लास में 75 प्रतिशत की छूट प्रदान की जाती है.

इसके साथ छात्रों को भी अलग-अलग वर्गों के हिसाब से छूट प्रदान की जाती है. लड़कियों को स्नातक तक तो लड़कों को 12वीं तक एमएसटी में पूरी छूट प्रदान की जाती है. वहीं गृह नगर और शैक्षणिक भ्रमण के लिए जाने वाले सामान्य वर्ग के छात्रों को सेंकड क्लास और स्लीपर के अलावा एमएसडी और क्यूएसटी में 50 प्रतिशत और अनुसूचित जाति-जनजाति के छात्रों को 75 प्रतिशत की छूट दी जाती है. ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों को शैक्षणिक भ्रमण, राष्ट्रीय स्तरकी प्रवेश परीक्षा के लिए सेकंड क्लास में 75 प्रतिशत दी जाती है. यूपीएससी और एसएससी की परीक्षा के लिए सभी छात्रों को 50 प्रतिशत की छूट प्रदान की जाती है.  
इसके साथ बेरोजगारों, युवाओं, किसानों, कलाकारों या खिलाड़ियों को भी सौ प्रतिशत से लेकर 25 प्रतिशत तक छूट प्रदान की जाती है. बेरोजगार युवाओं को नौकरी के लिए साक्षात्कार के लिए सेकंड क्लास में सौ प्रतिशत, सेकंड क्लास और स्लीपर क्लास में 50 प्रतिशत में छूट प्रदान की जाती है. किसानों को भी अलग-अलग उद्देश्य के लिए की जाने वाली यात्रियों के लिए 50 से 25 प्रतिशत तक छूट प्रदान की जाती है. कलाकारों और खिलाड़ियों के अलावा मान्यता प्राप्त पत्रकारों को अलग-अलग वर्ग के हिसाब से 75 से लेकर 50 प्रतिशत तक की छूट प्रदान की जाती है.

इसके अलावा एलोपेथिक डाक्टर्स को सभी वर्ग की यात्राओं में 10 प्रतिशत और नर्स व मिडवाइव्स को सेकंड और स्लीपर क्लास में 25 प्रतिशत की छूट प्रदान की जाती है. वहीं भारत सेवा दल, डेलीगेट्स, वालेंटियर्स, शैक्षणिक भ्रमण के लिए शिक्षकों और सेंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड व रिलीफ वेलफेयर एंबुलेंस कार्प के सदस्यों को 25 प्रतिशत की छूट प्रदान की जाती है.