पंकज भदौरिया, दंतेवाड़ा। 2 जिला पंचायत सदस्य, 1 जनपद उपाध्यक्ष, भूतपूर्व विधायक जैसे तमाम दिग्गज नेताओं से पटे दंतेवाड़ा जिले के ग्राम बेड़मा की हालत खस्ता है. गांव में कोई स्वास्थ्य सुविधा नहीं है, वहीं गांव तक जाने वाली इकलौती सड़क इतनी जर्जर है कि साइकिल, मोटरसाइकिल चलाना तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल है. गांव की इस बदहाली के विरोध में जनप्रतिनिधियों ने पंचायत भवन के सामने धरना दिया. वहीं बात नहीं सुने जाने पर जल्द ग्रामीणों के साथ अधिकारियों से मुलाकात करने की बात कही है.

2100 ग्रामीणों की आबादी लिये बेड़मा में 17 मोहल्ले हैं. महिला सरपंच शांति शोरी और कटेकल्यान जनपद उपाध्यक्ष जितेंद्र शोरी ग्रामीणों के साथ पंचायत भवन के पास बैठकर हमारी सड़क और स्वास्थ्य की मांग पूरी करो के नारे लगा रहे हैं. जनप्रतिनिधियों में इस बात की नाराजगी है कि प्रशासन लम्बे समय से इनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रहा है.

1993 में इस तक डामर की पक्की सड़क थी, क्योंकि उस वक्त तत्कालिक विधायक नंदाराम शोरी इसी गांव से विधायक थे. उसके बाद से आज तक इस गांव तक पहुँचने वाली सड़क का जीर्णोद्धार नहीं हो सका. पूरी सड़क उखड़ गयी है. सड़कों से डामर के निशान नदारत हो गये हैं। मतलब 27 सालों से कभी इस गांव की तरफ ध्यान ही नहीं दिया गया.

आज इसी गांव से जिला पंचायत सदस्य शंकर कुंजाम, विमला शोरी, जनपद उपाध्यक्ष जितेंद्र शोरी और सरपंच शांति शोरी सड़क और स्वास्थ्य सुविधाओं की मांग को लेकर जल्द ग्रामीणों के साथ अपनी मांगों को लेकर प्रशासन से मुलाकात करेंगे. उसके बाद अगर बात नहीं बनी तो सड़क की लड़ाई सड़क से लड़ने की बात कहते पटेलपारा, कुंजामपारा, गायतापारा, रेंगमपारा, मंझारपारा के ग्रामीण व पूर्व जनपद अध्यक्ष दिनेश कुंजाम, पूर्व सरपंच हुगाराम सोरी, उपसरपंच हिमांशु कुंजाम, अशोक सोरी, प्रदीप सोरी, जोगा कुंजाम, राजाराम कुंजाम नजर आए.