पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद। गोहरापदर जिला सहकारी बैंक में भर्राशाही को लेकर आखिरकार किसानों का गुस्सा फूट ही गया. काउंटर पर मुफ्त में मिलने वाले विड्राल फार्म को पान दुकान में पैसे लेकर खरीदने के लिए मजबूर करने पर किसानों ने जमकर हंगामा किया. इसके बाद भी गुस्सा शांत नहीं हुआ तो बैंक प्रबंधक और कैशियर को ट्रैक्टर में बिठाकर थाने ले गए.

दो माह पहले गोहरापदर में किसानों की समस्या को दूर करने सरकार ने जिला सहकारी बैंक मैनपुर से पृथक कर अमलिपदर गोहरापदर उरमाल इलाके के 40 गांव के किसानों के सुविधा के लिए गोहरापदर में बैंक की स्थापना की गई थी. बैंक में धान खरीदी के एवज में पैसे लेने पहुंचने वाले किसानों को किसी न किसी तरह परेशान कर उनसे सुविधा के नाम पर शुल्क लिया जाता था.

मंगलवार को जब परेशान किसान अकबर, फूलचंद समेत दर्जन भर किसानों के साथ पैसे आहरण व विड्रॉल के लिए परेशान किया गया तो उनके साथ तमाम किसानों ने हंगामा शुरू कर दिया. काडेकेला व ढोर्रा समिति के लगभग 20 गांव के करीबन 800 किसान पैसा निकालने पहुंचे थे. भर्राशाही से त्रस्त किसानों ने बैंक के भीतर जमकर हंगामा मचाया. इसके बाद कर्मियों को बाहर निकाल बैंक में ताला तक जड़ दिया.

खजुरपदर में पुलिया निर्माण का भूमिपूजन करने पहुंची जिला पंचायत अध्यक्ष स्मृति ठाकुर, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष ललिता यादव, धनसिंह मरकाम, भूपेंद्र मांझी व दूसरे कांग्रेसियों को इसकी सूचना दी गई. हंगामा के बीच किसानों ने कांग्रेसियो के सामने अपनी पीड़ा बताई. मध्यस्थता में लगे नेताओं के सामने किसान भ्रष्ट बैंक कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े रहे.

अनहोनी की आशंका को देखते हुए जिपं अध्यक्ष समेत अन्य कांग्रेसी नेता किसानों के साथ ट्रेक्टर में  बैंक के प्रभारी प्रबन्धक दीपराज मसीह, कैशियर सुरेश साहू को टैक्टर में लेकर देवभोग थाने पहुंचे. किसानों ने प्रभारी अधिकारी खुमान सिंह महिलांगे के पास आपबीती बताने के अलावा लिखित में भी शिकायत दर्ज कर बैंक कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. थाना प्रभारी महिलांगे ने बताया कि किसानों और बैंक कर्मियों की तरफ से लिखित शिकायत मिली है. मामले की जांच कर आला अफसरों के सलाह पर उचित कार्रवाई की जाएगी।

देखिए वीडियो :

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