रायपुर। एक तरफ केंद्रीय कृषि कानून का किसान और विपक्ष विरोध कर रही हैं. दूसरी ओर छत्तीसगढ़ के सभी 90 विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी किसानों की समस्याओं को लेकर कांग्रेस सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है. यानी दोनों जगह विपक्ष सरकार के काम काज से खुश नहीं है. बीजेपी ने दाना दाना धान खरीदी वादा निभाओ, बारदाना की व्यवस्था, बकाया बोनस, एकमुश्त राशि देने समेत सात सूत्रीय मांगों को लेकर विरोध जताया. आगे 22 जनवरी को भी प्रदेश के सभी जिलों में आंदोलन किया जाएगा. राजधानी रायपुर के कमल विहार गेट पर भाजपा नेताओं ने धान खरीदी में व्याप्त समस्याओं को लेकर प्रदर्शन किया. इस दौरान धरने में सांसद सुनील सोनी, विधायक बृजमोहन अग्रवाल, पूर्व मंत्री राजेश मूणत, संजय श्रीवास्तव, श्रीचंद सुंदरानी, सच्चिदानंद उपासने समेत अन्य भाजपा नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे.

सांसद सुनील सोनी ने कहा कि किसानों के साथ कांग्रेस सरकार लगातार अन्याय कर रही है. घोषणापत्र में किए वादों को पूरा नहीं कर रही है. 2500 रुपए में धान खरीदी करने का इनका पहला साल था. इनके घोषणा पत्र में प्रावधान भी लगा था, लेकिन समर्थन मूल्य की राशि अचानक चार किस्तों में बांट दी गई. चौथी क़िस्त आज तक नहीं दी गई. ये मार्च में चौथी क़िस्त देंगे, ऐसा कहते है. किसान आज धान बेचने को खड़ा है. उसको टोकन नहीं मिल रहा है. जिसको टोकन मिला, उस किसान ने धान बेचा, लेकिन खाते में 1 महीने से पैसे ही नहीं आए हैं. उन्होंने कहा कि गिरदावरी के नाम पर किसानों का रकबा कम कर दिया गया है. बिजली बिल बढ़ा दिया गया है. गांव के लोगों को बिजली नहीं मिल रही है. ये लोग लगातार किसानों के साथ अन्याय कर रहे है. इस सरकार को उखाड़ फेंकने और किसानों के समर्थन में भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता खड़ा है. इन्हें न्याय मिले. इस आवाज को हम सब मिलकर उठा रहे हैं.

राजनांदगांव जिले के महावीर चौक में भी धान खरीदी में समस्या और वादाखिलाफी को लेकर बीजेपी ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भी शामिल हुए. रमन सिंह ने कहा कि कॉंग्रेस सरकार रेत माफियाओं से भूपेश टैक्स वसूल कर रही है. पूरे छत्तीसगढ़ के एक-एक कोने में शराब बेच रही है. जबकि कांग्रेस ने चुनाव से पहले प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी का वादा किया था. चुनाव से पहले राहुल गांधी ने किसानों का एक-एक दाना धान खरीदने की बात कही थी. लेकिन जब सत्ता आई, तो उन्हीं अन्य दाता का रकबा कम कर धान खरीदी रही है. ये सरकार किसानों के साथ छल कर रही है. किसान जब धान बेचने जा रहा है, तो धान रखने बारदाना नहीं है. सरकार पूरे छत्तीसगढ़ को कर्ज में लाद दी है.

बलौदाबाजार जिले में किसानों के साथ किए जा रहे वादाखिलाफी को लेकर भाटापारा विधायक शिवरतन शर्मा के नेतृत्व में भाटापारा मंडी में प्रदर्शन किया गया. बड़ी संख्या में किसानों के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. कोरबा जिले के कटघोरा में भी किसानों के साथ भूपेश सरकार के वादाखिलाफी को लेकर विधानसभा स्तरीय प्रदर्शन किया गया. कांग्रेस द्वारा झूठा घोषणा पत्र चुनाव के समय लाकर किसानों के साथ छलावा करने की बात कही गई. बलरामपुर जिले में भी बीजेपी ने भूपेश सरकार की किसानों के प्रति उदासीनता के विरोध में प्रदर्शन किया. वाड्रफनगर में पूर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा भी शामिल हुए.

मुंगेली जिले के लोरमी में बीजेपी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने विधानसभा स्तरीय एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान बैलगाड़ी में सवार होकर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए अनोखे अंदाज में प्रदर्शन किया. वही धान खरीदी केंद्रों में व्यापक अव्यवस्था और कांग्रेस सरकार की वादाखिलाफी को मुख्य मुद्दा बनाते हुए सरकार को घेरने कोशिश की गई. इन मुद्दों को लेकर बीजेपी ने राज्यपाल के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा. बीजेपी ने आरोप लगाया है कि विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेसियों द्वारा गंगा जल हांथ में लेकर कसम खाई गई थी कि किसानों के धान के एक एक दाना खरीदी की जाएगी. लेकिन कांग्रेस की सरकार सत्ता में आने के बाद अपने किये वादों से मुकर गई है. आज किसान खुद को असहाय और ठगा हुआ महसूस कर रहा है. वे धान खरीदी के नाम पर प्रताड़ित हो रहे है और किसान आत्महत्या कर रहे है.

बिलासपुर जिले के तखतपुर ब्लॉक में भाजपा ने किसानों की मांग लेकर धरना प्रदर्शन किया. किसान भी ट्रैक्टर और बैलगाड़ी में सवार होकर विरोध जताया. बैलगाड़ी में सवार होकर धरना स्थल पर पहुंची पूर्व महिला आयोग की अध्यक्ष हर्षिता पांडे ने कहा कि भूपेश सरकार वादाखिलाफी कर रही है. सरकार के पास बारदाना नहीं और खजाना भी खाली है. इसलिए यह व्यवस्था पूरे प्रदेश में व्याप्त है. 2 साल का बोनस देने के साथ किसानों के अन्य मांगों को भी छत्तीसगढ़ सरकार पूरा करें.

रायपुर जिले के आरंग के हाईस्कूल मैदान में प्रदर्शन किया गया. किसानों की समस्या और मांगों को लेकर धरना में शामिल पूर्व विधायक देवजीभाई पटेल ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने गंगाजल की कसम खाकर छत्तीसगढ़ को ठगने का काम किया है. पूरे प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है. जनता त्रस्त है, लेकिन प्रदेश सरकार को कोई मतलब नहीं है. प्रदेश के किसान आत्महत्या कर रहे हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार 2019 में छत्तीसगढ़ में 233 किसानों ने आत्महत्या की है. उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री किसान को भगवान कहते हैं और मुख्यमंत्री के पिता भगवान को गाली देते हैं. भाजपा विपक्ष की भूमिका निभाना जानती है. कांग्रेस की योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बारी यह कांग्रेस के भ्रष्टाचार की चार चिन्हारी है.