रायपुर- विश्व मधुमेह दिवस के मौके पर छत्तीसगढ़ ने रिकार्ड बनाया है. महज छह घंटों के भीतर प्रदेश के सभी 27 जिलों में 6 लाख 50 हजार से ज्यादा लोगों ने अपनी जांच कराई है. स्वास्थ्य विभाग ने गोल्डन बुक आॅफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज कराने का ऐलान पहले ही किया था. आज सुबह सभी जिलों में सुबह दस सिटी बजाकर एक साथ जांच की प्रक्रिया शुरू की गई. पूरे प्रदेश में बिलासपुर जिले में सर्वाधिक स्क्रीनिंग की गई है.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का दावा है कि 27 जिलों से आई रिपोर्ट बताती है कि 6 लाख 68 हजार 204 लोगों ने अपनी स्क्रीनिंग कराई, जिसमें सर्वाधिक बिलासपुर जिले के लोग शामिल रहे. बिलासपुर जिले में 72 हजार 32 लोगों ने अपनी स्क्रीनिंग कराई. बालोद में 7228, बलरामपुर में 6920, बेमेतरा में 5252, दंतेवाड़ा में 3013, धमतरी में 31673, दुर्ग में 39923, गरियाबंद में 31044, जांजगीर चांपा में 21519, जशपुर में 40502, कवर्धा में 5414, कोंडागांव में 9381, कोरिया में 9577, महासमुंद में 34606, रायगढ़ में 15650, रायपुर में 43156, सुकमा में 4823, सूरजपुर में 7420, राजनांदगांव में 51014, बीजापुर में 8511 और बस्तर में 34094 लोगों ने मधुमेह की जांच कराई.
विश्व मधुमेह दिवस के मौके पर राज्य सरकार ने प्रदेश के चार हजार से ज्यादा सरकारी अस्पतालों में आम जनता के लिए ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर जांच की व्यवस्था की थी. मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने भी आम लोगों ने अपील की थी कि लोग इस सुविधा का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाएं. स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर ने विभागीय अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश पहले ही दिया था कि प्रदेशभर में जांच की बेहतर व्यवस्था की जाए. चूंकि लक्ष्य बड़ा था, लिहाजा विभाग के प्रमुख सचिव सुब्रत साहू ने भी बैठक लेकर तमाम तैयारियों की समीक्षा की थी.
राज्य के 27 जिला अस्पताल, 790 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 171 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, तीन हजार उप स्वास्थ्य केंद्र और 36 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में जांच कराई गई. इस दौरान गोल्डन बुक आॅफ वर्ल्ड रिकार्ड के प्रतिनिधि मनीष विश्नोई तथा नीलेश तिवारी ने भी जिलों का दौरा कर लोगों की जांच का जायजा लिया.