सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। आयुर्वेद विभाग बेरोज़गार अभ्यर्थियों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहा है. आयुर्वेद फार्मासिस्ट के लिए 2019 में हुई परीक्षा का परिणाम आठ माह बाद जारी हुआ, लेकिन आज तक मेरिट लिस्ट जारी नहीं किया है. प्रदेशभर से रायपुर पहुंचे अभ्यर्थियों ने मेरिट लिस्ट जारी कर भर्ती का प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है.

अपनी मांगों को लेकर आयुर्वेद विभाग के सामने डटे आयुर्वेद के छात्रों में से जांजगीर-चाँपा से पहुँचे नरेन्द्र कुमार पटेल ने बताया कि नौ सितंबर 2019 को 163 फार्मासिस्ट आयुर्वेद के पोस्ट के लिए विज्ञापन जारी हुआ था. चार नवंबर 2019 को ही व्यावसायिक परीक्षा मंडल ने परीक्षा ली थी. हजारों छात्रों ने एग्ज़ाम दिए, जिन्हें लंबे इंतजार के बाद 11 जून 2020 को परिणाम प्राप्त हुआ. लेकिन अब तक भर्ती प्रक्रिया की कार्रवाई, जैसे दस्तावेज़ सत्यापन, मेरिट सूची, वर्गवार सूची का कार्य नहीं किया गया है.

राजनांदगांव से पहुँचे अभ्यार्थी पुरुषोत्तम चंद्रवंशी ने बताया कि इस समस्या को लेकर आज तक हम तो दर्जनों बार आयुष संचालक, स्वास्थ्य मंत्री से मिल चुके हैं. हर बार एक ही जवाब दिया जाता है, फ़ाइल वित विभाग में है. वहाँ से जैसे अनुमति मिल जाती है, फिर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी. बग़ैर परमिशन परीक्षा लेकर हम जैसे बेरोजगारों का सरकार मज़ाक उड़ा रही है.

उन्होंने कहा कि यह पहली बार हम लोगों के साथ खिलवाड़ नहीं हो रहा है, इसके पहले 2012 में 294 पोस्ट के लिए भर्ती निकाली गई, जिसे आवेदन करने के बाद रद्द कर दिया गया. ठीक इसी तरह से 2016 में 109 पोस्ट के लिए भर्ती निकाली गई, लेकिन इसे भी आवेदन भरने के बाद इसे भी रद्द कर दिया गया.