सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर। राजधानी में बीते 24 दिनों से पंचायत सचिव अनिश्चितकालिन हड़ताल पर बैठे है. पंचायत सचिव की मांग है कि जल्द से जल्द उनका शासकीयकरण किया जाए. धरने में शामिल हुए पंचायत सचिव भगवान दास खुंटे का कहना है कि प्रदेश के पंचायत सचिव व रोजगार सहायक साथी केंद्र व राज्य की योजनाओं को अंतिम कड़ी तक जोड़ने का प्रयास करते हैं. शासकीयकरण की मांग को लेकर आज हम आंदोलन पर बैठे है. चुनाव जीतने से पहले जो वादा किए थे कि प्रथम वर्ष किसानों का होगा, दूसरा वर्ष कर्मचारियों का होगा लेकिन जैसे ही सत्ता में आए हमारी मांगों को भूल गए हैं.

पंचायत सचिव अमर सिंह धनकर ने कहा कि हमारा क्रमिक भूख हड़ताल जारी है. आगामी 21 जनवरी को पूरे प्रदेश के पंचायत सचिव व रोजगार सहायक संघ के साथी रायपुर में उपस्थित होंगे. सभी 24 जनवरी तक क्रमिक भूख हड़ताल करेंगे और 25 जनवरी को पूरे परिवार के साथ हम सीएम हाउस का घेराव करेंगे. छत्तीसगढ़ के सभी जिला मुख्यालयों में पंचायत सचिव धरने पर बैठे हैं, छत्तीसगढ़ में कुल 10 हजार 560 पंचायत सचिव है और 10 हजार 500 रोजगार सहायक संघ है.

पंचायत सचिव संघ के प्रांतीय सचिव राकेश यादव ने बताया कि हमारी सिर्फ एक ही मांग है कि हमारा शासकीयकरण किया जाए. हम लगातार आंदोलन में बैठे है लेकिन हमारी मांगों पर महज आश्वासन ही दिया जाता है लेकिन किसी तरह का कोई विचार नहीं किया जाता है.