रायपुर– भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय के निर्देशानुसार हर साल की तरह इस साल भी गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के लिये आदिवासी बहुल राज्य छत्तीसगढ़ से जनजातीय समाज के दो सदस्यों को विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया है. अतिथि के रुप में शामिल होने के लिये छत्तीसगढ़ शासन ने गरियाबंद जिले के विशेष पिछड़ी जनजाति भूंजिया के दो सदस्यों को चयनित किया है,जिनमें ग्वाल सिंह सोरी  और अश्विनी बाई के नाम शामिल हैं. ये दोनों आज रात की फ्लाइट से लाइजनिंग ऑफिसर डॉ चंद्र नाथ बाजपेयी के साथ दिल्ली के लिये रवाना हो गये हैं.
लाइजनिंग अधिकारी डॉ चंद्रनाथ बाजपेयी,जो कि आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास इंद्रावती भवन रायपुर में क्रीडा अधिकारी के पद पर तैनात हैं,ने बताया कि आज दिनांक 21 जनवरी को रात्रि 7 बजे  नियमित विमान से दोनों मेहमानों के साथ नई दिल्ली रवाना हुए हैं. बाजपेयी ने बताया कि दोनो आदिवासी अतिथियों को 26 जनवरी के सम्पूर्ण कार्यक्रम में शिरकत कराया जाएगा. साथ ही देश के अन्य राज्यों के आदिवासी अतिथियों के साथ राष्ट्रपति,,प्रधानमंत्री,उप राष्ट्रपति,रक्षा मंत्री और लोकसभा अध्यक्ष के साथ  सौजन्य भेंट और फोटो सेशन कराया जावेगा.इसके अलावा इन दोनों आदिवासी मेहमानों को  दिल्ली,आगरा और मथुरा का भ्रमण भी कराया जायेगा.
दिल्ली रवाना होने से पहले ग्वाल सिंह सोरी और अश्विनी बाई ने एयरपोर्ट में लाइजनििंग अधिकारी डॉ चंद्रनाथ बाजपेयी के साथ मिलकर फोटो सेशन कराया.इस मौके पर इनके चेहरे की खुशी देखते ही बन रही थी. लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में ग्वाल सिंह सोरी ने बताया कि आज वो बहुत खुश हैं.ये उनके जीवन में खास पल हैं, इन दोंनों ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वे हवाई जहाज से सफर कर दिल्ली जायेंगे और वहां पर राष्ट्रपति ,प्रधानमंंत्री जैसे देश के बड़े बड़े लोगों से मिलेंगे.इस विशेष अवसर के लिये दोंनों आदिवासी मेहमानों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल,आजाक मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह और विभाग के आला अधिकारियों डी.डी.सिंह और डॉ शम्मी आबिदी के प्रति आभार प्रकट किया.