पवन दुर्गम, बीजापुर। माओवादियों का साथ छोड़कर डीआरजी में 6 साल पहले शामिल हुए सोमडू उर्फ मल्लेश की नक्सलियों ने हत्या कर शव को जला दिया।

बताया जा रहा है कि गुरुवार को सोमडू अपनी पत्नी को बिना बताए अपने गांव कोतरापाल चला गया था और जब शाम तक नहीं लौटा तो पत्नी ने जांगला थाना में इसकी सूचना दी। जिसके बाद पुलिस ने सोमडू की खोजबीन शुरु कर दी। जिसके बाद पता चला कि करीब 5 बजे नक्सलियों ने गांव मे सोमडू को  दौड़ाकर पकड़ा और उसकी हत्या कर शव को जला दिया।

पुलिस अधीक्षक कमलोचन कश्यप ने बताया कि नक्सली क्षेत्र में दहशत कायम करने ऐसी वारदातों को अंजाम देते हैं। जवान का परिवार कोतरापाल में रहता है नक्सलियों के हत्या के बाद वहां उसके पार्थिव शरीर को जलाया गया है।

आपको बता दें सोमडू उर्फ मल्लेश 2014 से पहले नक्सल क्षेत्र में बड़ा नाम हुआ करता था। कई वारदातों और नक्सल घटनाओं में वो शामिल रहा था। 2014 में उसने मुख्यधारा में जुड़ने आत्मसमर्पण कर दिया जिसके बाद सोमडू डीवीसी नक्सल कमांडर से डीआरजी जवान बन गया। डीआरजी वो दस्ता है जिससे नक्सली भी ख़ौफ़ खाते हैं। नक्सल मोर्चे पर डीआरजी कामयाब माना जाता है।