छत्तीसगढ़ में इन दिनों नकली ब्रांडेड कंपनियों के सामान धड़ल्ले से बाजार में बिक रहे हैं. यदि आपको असली-नकली की पहचान कर पाने में अच्छी परख नहीं है, तो आसानी से आपको बेवकूफ बनाया जा सकता है. राजधानी में पहले नकली चाय पत्ति, सैम्पू के बाद अब नकली ऑयल फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है. यानी ब्रांडेड कंपनी के नाम से नकली सामान बनाया जा रहा था. क्या यह नकली ऑयल फैक्ट्री किसी के संरक्षण में चल रहा था ? क्या इसके पीछे कोई बड़ा चेहरा है ? अब पुलिस को नकली कारोबार के सरगना की तलाश है.

शिवम मिश्रा,रायपुर। राजधानी के खमतराई थाना इलाके के भनपुरी स्थित 3 गोदामों में पुलिस की टीम ने दबिश देकर नकली ऑयल फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. यहां से भारी मात्रा में करोड़ों रुपए की कीमत की ब्रांडेड कंपनियों का नकली ऑयल बरामद किया है. ब्रांडेड कंपनियों के नाम की स्पेलिंग बदलकर मार्केट में आसानी से बेचा जा रहा था. कहीं आपकी गाड़ियों में भी नकली ऑयल तो नहीं डाला जा रहा है ?

जानकारी के मुताबिक देश के बड़े ऑयल कंपनियों के अधिकारियों ने रायपुर पुलिस से शिकायत की थी कि यहां बड़ी संख्या में नकली ऑयल का कारोबार चल रहा था. जिसे बाजार में बिक्री के लिए उतार दिया गया है. जिससे ना केवल ब्रांडेड कंपनियों की छवि खराब हो रही है, बल्कि ग्राहकों को भी खराब प्रोडक्ट मिल रहा है.

जिसके बाद उरला सीएसपी पारुल अग्रवाल के नेतृत्व में टीम बनाकर भनपुरी के गोदामों में छापेमार कार्रवाई की गई. जहां से होंडा, गोल्ड प्राइड, सीटीएक्स, कैस्ट्रोल जैसे ब्रांड के नकली ऑयल बरामद हुए. इस मामले में पुलिस आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. पूछताछ के बाद पुलिस मामले का खुलासा कर सकती है.

पुलिस ने बताया कि भनपुरी इलाके के 3 गोदाम में ऑयल के बड़े ब्रांड के नाम का इस्तमाल कर नकली ऑयल बनाया जा रहा था. आरोपियों ने ब्रांड की स्पेलिंग में हेरा फेरी कर बड़े ब्रांड के नाम पर नकली ऑयल बेचते थे. पुलिस को शिकायत मिलते ही तीनों गोदाम में दबिश दी गई. जहां बड़ी मात्रा में ऑयल बरामद किया गया है. गोदाम से कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. इस कारोबार के मुख्य आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है.