पवन दुर्गम, बीजापुर। पूर्व डीवीसी कमांडर और डीआरजी जवान की हत्या की जिम्मेदारी माओवादियों ने ली है. माओवादियों ने माटवाडा कोतरापाल सड़क पर पर्चे डाले है, जिसमें हत्या के लिए पीएलजीए को जिम्मेदार बताया है. पर्चे में सोमडू उर्फ मल्लेश पर माओवादियों की हत्या, अत्याचार और बलात्कार का आरोप लगाया गया है. इसके अलावा माओवाद उन्मूलन के नाम से चला रहे संयुक्त ऑपरेशन बंद करने की धमकी दी है.
बता दें कि माओवादियों ने 22 फरवरी को मल्लेश को मौत के घाट उतार कर जला दिया था. पुलिस को वारदात की जगह पर राख के अलावा कुछ नहीं मिला.
जानकारी के मुताबिक, अपने छोटे भाई मंगेश जो मिलिशिया कमांडर है, उसको लेने मल्लेश कोतरापाल गया था. मल्लेश अपने मिलिशिया कमांडर भाई को आत्मसमर्पण कराकर मुख्यधारा में वापिस लाना चाहता था, लेकिन नक्सलियों के बिछाए इस षड्यंत्र में मल्लेश फंस गया. जहां उसकी हत्या पीएलजीए के माओवादी जवानों ने कर दी.
सलवा जुडूम में शामिल दर्जनों लीडरों की हत्याओं के बाद नक्सलियों ने अब अपना दूसरा टारगेट चुन लिया है. अब माओवादी आत्मसमर्पित बड़े कैडर की हत्या कर रहे हैं. मल्लेश को भी अपनी ट्रैप में फंसाकर हत्या कर दिया. इसके पहले भी नक्सली बीजापुर पुलिस लाइन से लगे कोत्तापाल में आत्मसमर्पित बड़े नक्सली लीडर शिवाजी की हत्या कर चुके हैं. शिवाजी भी आवापल्ली क्षेत्र में बड़ा माओवादी लीडर था.