रायपुर। कोरोना का संक्रमण फिलहाल कम हुआ है लेकिन मृत्यु की संख्या अभी भी अधिक है। 22 जनवरी से 28 जनवरी के सप्ताह में 43 मृत्यु हुई जिसमें 67 प्रतिशत पुरूष और 33 प्रतिशत महिलाओं की हुईं। 60 वर्ष से अधिक उम्र के 14 व्यक्तियों की मृत्यु गत सप्ताह हुई। राज्य स्तरीय डेथ आडिट रिपोर्ट में यह बात सामने आई कि 81 प्रतिशत मृत्यु कोमार्बिडिटी के कारण हुई जबकि 19 प्रतिशत कोविड के कारण हुई। इसमें भी 60 वर्ष से अधिक उम्र में केस फेटलिटी दर 6.66 और 45-59 वर्ष की आयु के व्यक्तियों में 1.59 सी एफ आर दर्ज किया गया। समिति ने यह भी रिव्यू किया कि 35 प्रतिशत मरीजों की मृत्यु अस्पताल में भर्ती होने के 24 घंटो के अंदर हुई जबकि 7 प्रतिशत मृत्यु 2 से 3 दिनों के अंदर हो जाती है।
चिकित्सकों का कहना है कि लक्षण आने पर भी लोग कोरोना की जांच नही करा रहे हैं। विश्ेाषज्ञों का कहना है कि बुजुर्गाें को सर्दी,खांसी , बुखार, थकान आदि लक्षण होने पर तुरंत डाक्टर को दिखाएं और कोरोना जांच कराएं और चिकित्सक की सलाह के अनुसार ही कार्य करें।
बलौदाबाजार के पुरूष को 29 दिसंबर से बुखार,कफ हो रहा था और स्थानीय इलाज लिया. 12 जनवरी को बलौदाबाजार क्लीनिक में जाकर दवाई लाई. 19 को फिर से सांस की तकलीफ होने पर क्लीनिक में दिखाया और एंटीजेन टेस्ट कराने पर निगेटिव परिणाम आया. 20 जनवरी को पाजिटिव रिजल्ट आया. 22 को दोबारा इलाज मिलने के पहले ही उनकी मृत्यु हो गई.
रायपुर जिले के 63 वर्ष के पुरूष को 11 जनवरी से कफ के लक्षण आ रहे थे, लेकिन 22 जनवरी को निजी अस्पताल में भर्ती हुए और इलाज के बाद भी 25 जनवरी को उनकी मृत्य हुई. राजनांदगांव के 43 वर्ष के पुरूष को 9 जनवरी से बुखार, कफ के बाद भी 13 जनवरी को टेस्ट कराया और इलाज के बाद भी 24 जनवरी को मृत्यु हो गई.