रायपुर– गणतंत्र दिवस के मौके पर स्थापित परंपरा के अनुसार इस साल छत्तीसगढ़ के भूंजिया जनजाति के दो सदस्यों ग्वाल सिह सोरी और अश्विनी बाई ने भारत सरकार के विशेष अतिथि के रुप में दिल्ली का दौरा किया. करीब दस दिन के दौरा कार्यक्रम में इन दोनों को भारत सरकार के कई कार्यक्रमों में शरीक होने का मौका मिला,जिससे ये बेहद प्रसन्न नजर आये. इन दोनों को दिल्ली दौरे पर ले जाने और घुमाने फिराने की जिम्मेदारी छत्तीसगढ़ शासन ने आदिम जाति कल्याण विभाग में पदस्थ स्पोर्ट्स ऑफिसर डॉ चंद्रनाथ बाजयेयी को लाइजनिंग अफसर के रुप में दी थी.
लल्लूराम डॉट कॉम से हुई बातचीत में डॉ चंद्रनाथ बाजपेयी ने बताया कि भारत सरकार जनजातीय कार्य मंत्रालय के निर्देशानुसार , 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के सम्पूर्ण कार्यक्रम में सहभागिता के लिये छत्तीसगढ़ शासन से भूंजिया जनजाति के दो सदस्यों गरियाबंद जिले के ग्वाल सिंह सोरी और अश्विनी बाई को चयनित किया था. बाजपेयी ने बताया कि राज्य शासन द्वारा चयनित इन दोनों मेहमानों ने अपनी इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से 7 लोककल्याण मार्ग नई दिल्ली में भेंट की.इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ,जनजातीय मंत्री अर्जुन मुंडा ,जनजातीय मामलों की राज्यमंत्री रेणुका सिंह एवँ  केन्द्रीय मंत्री किरण रिजिजू भी मौजूद थे.
डॉ बाजपेयी ने बताया कि छत्तीसगढ़ के इस दल ने भारत सरकार के अतिथि के रूप में 26 जनवरी की मुख्य परेड,एन सी सी की प्रधानमंत्री रैली एवँ विजय चौक राष्ट्रपति भवन में आयोजित बीटिंग रिट्रीट में सहभागिता दी. इसके अलावा इन दोनों मेहमानों ने  दिल्ली आगरा और मथुरा की जानकारी सहित पर्यटन  की. साथ ही छत्तीसगढ़ के इस दल को जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा द्वारा पुरष्कृत किया गया.  दोनो आदिवासी अतिथियों ने लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही को भी देखा तथा संसदीय प्रणाली को समझा. दोनो अतिथियों को इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, आजाक मंत्री डॉ प्रेम साय सिंह ,सचिव व आयुक्त डी डी सिंह ,संचालक शम्मी आबिदी सहित आजाक विभाग के  समस्त अधिकारी एवं कर्मचारियों ने शुभकामनाएं दी है. इस सम्पूर्ण कार्य को विभाग के क्रीड़ा अधिकारी डॉ चन्द्र नाथ बाजपेयी लाइजनिंग ऑफिसर के रूप में क्रियान्वित किया.